चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राज्य में हाल में हुई बारिश के कारण फसल को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए एक विशेष गिरदावरी (खेत निरीक्षण) करने के निर्देश दिये हैं. मान ने अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर कार्य पूरा करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि फसल नुकसान का मुआवजा देने के लिए धन की कोई कमी नहीं है.
मुख्यमंत्री ने रविवार को राज्य के मोगा, मुक्तसर, बठिंडा और पटियाला जिलों में बारिश से प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था. बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि और तेज हवाओं के कारण राज्य के कई हिस्सों में गेहूं और अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है. मान ने सोमवार को एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘पिछले कुछ दिनों में पंजाब में कई स्थानों पर बारिश, ओलावृष्टि और तेज हवाओं ने फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचाया है. उन्होंने कहा कि घरों को भी कुछ नुकसान हुआ है. मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने प्रभावित किसानों से मुलाकात की और देखा कि मोगा, मुक्तसर, बठिंडा और पटियाला के गांवों में फसलों को, विशेषकर गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि कई स्थानों पर गेहूं की खड़ी फसल चौपट हो गई है. उन्होंने कहा कि जिन किसानों की फसल खराब मौसम के कारण बर्बाद हुई है, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि 75 से 100 प्रतिशत फसल नुकसान होने पर 15 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजा दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि मुआवजे में 25 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है. उन्होंने कहा कि पहले मुआवजा राशि 12,000 रुपये प्रति एकड़ थी. मान ने कहा कि 33 से 75 प्रतिशत फसल नुकसान होने पर 5400 रुपये प्रति एकड़ की तुलना में 6750 रुपये मुआवजा दिया जायेगा. मान ने कहा कि उन्होंने सभी उपायुक्तों को फसल नुकसान के आकलन के लिए विशेष गिरदावरी कराने और एक सप्ताह के भीतर कार्य पूरा करने के निर्देश जारी किए हैं. सोर्स- भाषा