जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार पारदर्शी सुशासन के लिए प्रतिबद्ध है. लोककल्याणकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर सरकार का विशेष ध्यान है. पन्नाधाय बाल गोपाल योजना के तहत दूध पाउडर दुरुपयोग पर कड़ी कार्रवाई की. दूध पाउडर अनियमितता मामले में 5 शिक्षक निलंबित किए गए.
राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार के प्रति 'शून्य सहिष्णुता' का रुख दिखाया. स्कूल शिक्षा विभाग ने दोषी कार्मिकों पर की त्वरित कार्रवाई की. निलंबित शिक्षकों में शीला बलाई, सुरेश कुमार, मंगलाराम, पप्पाराम गोदारा और राजेश मीणा शामिल है. सीसीए नियम 13(1) के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबन आदेश जारी किए. स्कूल शिक्षा निदेशालय बीकानेर के अधीन 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की.
उच्च स्तरीय समिति 4 दिन में तथ्यात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी. जांच में दोषी पाए जाने पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी. प्रदेशभर के विद्यालयों में स्टॉक का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए गए. सभी DEO और BEEO को 3 दिनों में रिपोर्ट देने के आदेश दिए. पीईईओ और यूसीईईओ दो-दो स्कूलों का गहन निरीक्षण करेंगे. लगभग 22,500 स्कूलों में निरीक्षण अभियान होगा.
शासन सचिव कृष्ण कुणाल ने सख्त मॉनिटरिंग के निर्देश दिए.भौतिक सत्यापन में अनियमितता पाए जाने पर कठोर कार्रवाई होगी. पन्नाधाय बाल गोपाल योजना से 57 लाख बच्चों को पोषण मिल रहा है. राज्य सरकार हर वर्ष 722 करोड़ रुपये खर्च कर बच्चों को पौष्टिक दूध सुविधा दे रही है. सीएम भजनलाल शर्मा ने पारदर्शिता, जवाबदेही और सुशासन को प्राथमिकता बनाया.