भजनलाल कैबिनेट की बैठक खत्म, दीया कुमारी बोली- पत्रकारों के लिए बड़ा फैसला

भजनलाल कैबिनेट की बैठक खत्म, दीया कुमारी बोली- पत्रकारों के लिए बड़ा फैसला

जयपुर: भजनलाल कैबिनेट की बैठक खत्म हो गई है. इसके बाद डिप्टी सीएम दीया कुमारी और मंत्री जोगाराम पटेल ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कैबिनेट की बैठक में हुए फैसलों की जानकारी दी. इस दौरान  डिप्टी सीएम दीया कुमारी ने कहा कि  राजस्थान में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.

प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र को और अधिक मजबूत किया जा रहा है.  प्रदेश के हित को ध्यान में रखते हुए सरकार कार्य कर रही है, दिसंबर में राइजिंग राजस्थान होने जा रहा है. आज ribs 2024 को मंजूरी दी गई है. ज्यादा से ज्यादा औद्योगिक इकाइयों को हम लाना चाहेंगे.

रिब्स 2024 में MSME से बहुत रोजगार आएंगे. रक्षा जोन सेमी कंडक्टर जैसे क्षेत्र में नए निवेश शामिल हैं. वेस्ट मैनेजमेंट को लेकर भी रिब्स में फोकस रखा गया है. MSME सेक्टर में युवाओं को अधिक रोजगार दिलवाने के लिए नीति बनाई है. महिलाओं को प्रोत्साहन और आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी बड़ा फैसला लिया गया है.

पत्रकारों के लिए भी लिया गया बड़ा फैसला:
दीया कुमारी ने आगे कहा कि राजस्थान हर प्रकार से आगे बढ़ रहा है. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के विजन की तारीफ करते हुए दीया कुमारी ने कहा कि पत्रकारों के लिए भी बड़ा फैसला लिया गया है. राजस्थान प्रेस प्रतिनिधि एक्रीडिटेशन नियमो में संशोधन किया गया है. स्वतंत्र पत्रकारों के लिए 50 वर्ष के लिए अब आयु 45 साल होगी. स्वतंत्र पत्रकारों के लिए अनुभव 25 से घटकर 15 वर्ष किया जाना है.

चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की भर्ती के लिए योग्यता 10 वीं पास की गई: 
इसके बाद मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की योग्यता 5वीं और 8वीं की योग्यता अब 10 वीं पास की गई है.  लिखित परीक्षा के माध्यम से भर्तियां होगी. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती चयन बोर्ड करेगा कर्मचारी. चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी की करीब 60000 के आसपास भर्ती होना बाकी है. 2 साल के अंदर यह भर्ती प्रक्रियाएं पूरी की जाएंगी.

सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने के चल रहे प्रयास:
जोगाराम पटेल ने कहा कि सौर ऊर्जा में आत्मनिर्भर बनने के प्रयास चल रहे हैं. अभी तक 10,418 हेक्टेयर भूमि विभिन्न कंपनियों को दी गई है. अब खेजड़ी और अन्य पेड़ कंपनियां नहीं काटेगी. बहुत आवश्यक हुआ तो ही पेड़ कटेगा उससे भी 10 गुना अधिक पेड़ लगाए जाएंगे.