वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने मिस्र के शर्म अल-शेख शहर में इज़राइल और फलस्तीनी अधिकारियों के बीच बैठक के बाद रविवार को इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से फोन पर बात की.
व्हाइट हाउस ने फोन पर हुई बातचीत का ब्योरा देते हुए कहा कि बाइडन ने तनाव कम करने के उद्देश्य से इज़राइल, फलस्तीनी प्राधिकरण, मिस्र, जॉर्डन और अमेरिका के वरिष्ठ राजनीतिक व सुरक्षा अधिकारियों के बीच बैठक का स्वागत किया. व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन ने सुरक्षा समन्वय बढ़ाने, आतंकवाद के सभी कृत्यों की निंदा करने और ‘द्वि-राष्ट्र’ समाधान की व्यवहार्यता बनाए रखने के लिए सभी पक्षों द्वारा तत्काल, सहयोगात्मक कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया.
65 प्रतिशत भूभाग फलस्तीन को दिया गया:
इज़राइल-फलस्तीन संघर्ष खत्म करने के लिए ‘संयुक्त राष्ट्र संघ’ ने द्वि-राष्ट्र सिद्धांत (टू नेशन थ्योरी) का प्रस्ताव दिया था, जिसके अंतर्गत विवादित क्षेत्र में 35 प्रतिशत भूभाग इज़राइल को और 65 प्रतिशत भूभाग फलस्तीन को दिया गया. व्हाइट हाउस के अनुसार राष्ट्रपति ने कहा कि लोकतांत्रिक मूल्य हमेशा अमेरिका-इज़राइल संबंधों की एक पहचान रहे हैं और इसे हमेशा बने रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक समाज वास्तविक समझ और संतुलन से मजबूत होते हैं. बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने वेस्ट बैंक में तनाव और हिंसा पर भी चर्चा की.
सहयोग को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई:
बाइडन ने ईरान द्वारा उत्पन्न सभी खतरों का मुकाबला करने सहित इज़राइल की सुरक्षा और द्वि-राष्ट्रीय सुरक्षा दलों के बीच जारी सहयोग को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई. व्हाइट हाउस के अनुसार, दोनों नेता आने वाले समय में नियमित संपर्क बनाए रखने पर सहमत हुए. यह इस तरह की दूसरी बैठक थी, जिसमें अमेरिका, मिस्र और जॉर्डन के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. इससे पहले जॉर्डन के शहर अकाबा में तीन सप्ताह पहले ऐसी एक बैठक हुई थी. सोर्स-भाषा