VIDEO: खान विभाग की बड़ी उपलब्धि, प्रदेश के तीन मैंगनीज ब्लॉक्स एमएसटीसी के जरिए किए नीलाम, देखिए ये खास रिपोर्ट

जयपुर: मेजर मिनरल के ब्लॉक्स को नीलाम करने के खान विभाग के प्रयासों को जोरदार सफलता मिली है. पिछले दिनों खान विभाग ने प्रदेश के तीन मैंगनीज ब्लॉक्स एमएसटीसी के जरिए नीलाम कर इतिहास रच दिया था अब लाइमस्टोन का एक और ब्लॉक नीलाम करने में सफलता हासिल की है. यह इस वित्त वर्ष में नीलाम होने वाला आठवां ब्लॉक है जो एक वित्त में सर्वाधिक संख्या का रिकॉर्ड है. 

- मेजर मिनरल की दिशा में खान विभाग की बड़ी उपलब्धि 
- कोटा जिले के रामगंज मंडी तहसील के निमाना-दूनिया लाइमस्टोन ब्लॉक हुआ नीलाम
- मंगलम सीमेंट लिमिटेड ने रिजर्व प्राइस की 85.15 फीसदी की बोली लगा ब्लॉक को किया अपने नाम
- MSTC के जरिए ब्लॉक की रखी गई थी ऑनलाइन नीलामी
- कुल 2.99 हेक्टेयर का है निमाना-दूनिया ब्लॉक
- इस ब्लॉक में करीब 204 मिलियन टन लाइमस्टोन के हैं भंडार
- ब्लॉक की नीलामी से खनन निदेशक संदेश नायक उत्साहित
- चालू वित्त वर्ष में मेजर मिनरल का यह नीलाम होने वाला आठवां ब्लॉक
- जबकि पिछले वित्त वर्ष में 7 ब्लॉक किए गए थे नीलाम

प्रदेश में यूं तो खनिज के विपुल भंडार हैं और दर्जनों तरह के खनिज यहां पाए जाते हैं. लेकिन कुछ वर्ष पहले तक इनके दोहन की कोई खास नीति भी नहीं थी और तकनीक भी उपलब्ध नहीं थी. पिछले तीन- चार वर्षों में गहलोत सरकार ने इस दिशा में जोरदार काम किया. खान मंत्री प्रमोद भाया के नेतृत्व में विभाग ने बेहतर तकनीक के इस्तेमाल के साथ साथ मेजर मिनरल्स के ब्लॉक्स तैयार कर उन्हें सफलतापूर्वक नीलाम किया. इसी कड़ी में खान विभाग ने प्रदेश में पिछले तीन वर्षों में मेजर मिनरल के कुल 14 ब्लाॅक्स नीलाम किए हैं. इससे विभाग को तीन लाख करोड़ से ज्यादा का राजस्व अगले 50 वर्षों में मिलेगा. इसी कड़ी में खान विभाग ने बांसवाड़ा के काला खूंटा, रूपखेड़ा और तांबेसरा के मैंगनीज ब्लॉक नीलाम करने के लिए एमएसटीसी के जरिए ऑन लाइन नीलाम करने में सफलता अर्जित की थी. अब कोटा जिले के रामगंज मण्डी के निमाना-दूनिया ब्लॉक को नीलाम करने में सफलता हासिल की है. ये ब्लॉक कई 2.99 हैक्टेयर क्षेत्र में फैला हैं. इस ब्लॉक में करीब 204 मिलियन टन लाइमस्टोन के भंडार का पता चला है. खान विभाग द्वारा करवाई गई नीलामी में मंगलम सीमेंट द्वारा सर्वाधिक बोली लगाई गई थी. दरअसल अभी तक  लाइमस्टोन ब्लॉक ही नीलाम होते रहे हैं. 

अब आयरन ओर, कॉपर, गोल्ड और मैंगनीज जैसे बेशकीमती खनिजों के ब्लॉक्स नीलाम होने से राजस्थान भी देश के उन अग्रणी राज्यों में शामिल हो गया है जहां बेशकीमती खनिजों का खनन आर उत्पादन किया जाएगा. जीएसआई से मिली रिपोर्ट की मानें तो राजस्थान में यूरेनियम, बेस मेटल और रेयर अर्थ जैसे खनिज भी प्रचुर मात्रा में पाए गए हैं. खान विभाग के एसीएस डाॅ सुबोध अग्रवाल की माने तो प्रदेश में माइनर मिनरल के साथ ही मेजर मिनरल के ब्लॉक्स की नीलामी से राजस्व में तो वृद्धि हुई है साथ ही प्रदेश को खनिज उत्पादन की दिशा में मोटा निवेश भी मिलने लगा है. पिछले तीन वर्ष में प्रदेश में खनन क्षेत्र में काफी बदलाव देखने को मिले  हैं. बजरी से रोक हटी तो, माइनर और मेजर मिनरल के ब्लॉक्स की नीलामी से मोटा निवेश भी आया. अवैध खनन पर अंकुश से भी खान विभाग के राजस्व में वृद्धि हुई है. कहा जा सकता है कि आने वाले कुछ वऱ्षों में खनन सेक्टर और मजबूत होगा और प्रदेश की अर्थव्यवस्था ज्यादा मजबूत होगी.