जयपुर: राजस्थान में सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों को कम करने के लिए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सड़क हादसों को कम करने के लिए अब जिला स्तर पर जिला सड़क सुरक्षा टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा. इसके संबंध में प्रशासनिक सुधार विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं. प्रदेश में लगातार बढ़ रही सड़क हादसे सरकार के लिए चिंता का एक बड़ा कारण है. इन दिनों सड़क हादसों के मामलों में राजस्थान देश के टॉप 5 राज्यों में शामिल है. प्रदेश में सड़क हादसों को कम करने के लिए मौजूदा सरकार लगातार प्रयासरत है. सीएम अशोक गहलोत ने अपने हालिया बजट भाषण में सड़क हादसों को कम करने के लिए जिला स्तर पर जिला सड़क सुरक्षा टास्क फोर्स का गठन करने का ऐलान किया था.
अब इस घोषणा की पालना में सभी जिलों में टास्क फोर्स के गठन के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं. जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में बनने वाली इस टास्क फोर्स में कई विभागों के अधिकारी सदस्य होंगे तो वही संबंधित जिले के आरटीओ या DTO सदस्य सचिव होंगे. टास्क फोर्स का कार्यकाल कम से कम 3 वर्ष का होगा और हर 3 महीने में इसकी एक बैठक करना अनिवार्य होगा. इस टास्क फोर्स का प्रशासनिक विभाग परिवहन एवं सड़क सुरक्षा विभाग होगा.जिला स्तर पर गठित टास्क फोर्स का काम प्रमुख रूप से जिले में सड़क दुर्घटनाओं को कम करना, सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता करना और जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं के तकनीकी और वैज्ञानिक अनुसंधान का रहेगा.
जानिए, टास्क फोर्स में कौन-कौन होंगे अधिकारी और सदस्य
1- जिला कलेक्टर टास्क फोर्स के अध्यक्ष होंगे
2- जिला पुलिस अधीक्षक- सदस्य
3-CMHO- सदस्य
4-CEO जिला परिषद
5- जिला मुख्यालय पर नगरीय निकाय के आयुक्त
6- सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता
7- जिला मुख्यालय में विकास प्राधिकरण या यूआईटी के सचिव
8- स्वायत शासन विभाग के अधिशासी अभियंता
9- मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी
10- जिला अस्पताल के अधीक्षक
11- एनएचआई के परियोजना निदेशक
12-RTO या DTO सदस्य सचिव होंगे
जिला स्तर पर टास्क फोर्स के गठन के पीछे सरकार की यह मंशा है कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए जिला स्तर पर ही विशेष प्रयास किया जाए. टास्क फोर्स में उन सभी महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारियों को शामिल किया गया है जिनके समन्वय से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है.जिले में कोई भी सड़क दुर्घटना होने पर इस समिति के अधिकतर सदस्य मौके पर जाएंगे और दुर्घटना के कारणों का पता करने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में उस जगह पर दोबारा से कोई सड़क दुर्घटना नहीं हो.
ट्रांसपोर्ट के प्रमुख दायित्व:
1- जिले में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाना
2- जिले में स्थित राजमार्गों और अन्य सड़कों की संयुक्त टीम द्वारा सड़क सुरक्षा ऑडिट कराना, ऑडिट अनुशंसाओं की समय पर पालना कराना
3- रोड सेफ्टी फंड से मिलने वाली राशि का सही से उपयोग करना
4- राज्य सरकार की सड़क सुरक्षा संबंधी योजनाओं का प्रचार प्रसार करना
5- संयुक्त टीम की ओर से समय समय पर प्रवर्तन अभियान चलाना