VIDEO: बिपरजॉय के असर से मरुधरा में बिगड़े हालात, कई जिलों में हुई भारी बारिश, नदी और नाले उफान पर

जयपुर: अरब सागर में उठे चक्रवात ‘बिपारजॉय’ के असर से राजस्थान के कई इलाकों में बारिश का दौर रविवार को भी जारी रहा.  प्रदेश के जालोर, बाडमेर, सिरोही, पाली समेत कई जिलों में बिपरजॉय तूफान के असर से भारी बारिश हुई. जालोर में देर रात बाद बारिश और तेज हवा रूकने से राहत मिली. लेकिन दो दिन से पूरे शहर में बिजली गुल. बिना बिजली के अंधेरे में दो रात पूरे शहर ने निकाली. अभी तक डिस्कॉम बिजली सेवा को सुचारू नहीं कर सका. अभी भी पूरे शहर में बिजली गुल है. सांचौर के कई गांवों में भी बिजली दो दिन से गुल है. नर्मदा नहर की सांचौर लिफ्ट कैनाल भी टूटी. बांधों का अधिक पानी लिफ्ट कैनाल में आने से कैनाल टूटी. मंत्री सुखराम बिश्नोई रातभर शहर का दौरा करते रहे. व्यापारियों को रातभर बाजार में दौरा कर जागरूक किया. शहर में बांधों का पानी आने को लेकर जागरूक किया. 

व्यापारियों ने रात में 2-3 बजे दुकानें खोलकर सामान शिफ्ट किया. बिपरजॉय तूफान से जिले में हुए नुकसान को लेकर प्रदेश सरकार गंभीर है. कलेक्टर निशांत जैन ने जिले के सभी तहसीलदारों को निर्देश दिए. तूफान से हुए नुकसान के मुआवजे को लेकर रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए है. कलेक्टर ने तहसीलदारों से जल्द पूरे नुकसान की रिपोर्ट मांगी है. कलेक्टर निशांत जैन ने फर्स्ट इंडिया से कहा कि तूफान से हुए नुकसान को लेकर जल्द मुआवजा दिया जाएगा. कलेक्टर ने राशन दुकानों को खोलने व वितरित करने के भी निर्देश दिए है. बिपरजॉय तूफान के बाद जालोर में बाढ़ के हालात है. प्रदेश सरकार ने संभागीय आयुक्त कैलाश चन्द्र मीणा को जालोर भेजा. IAS जितेंद्र कुमार सोनी को भी जालोर भेजा. जितेंद्र कुमार सोनी पहले जालोर के कलेक्टर रह चुके. जितेंद्र कुमार सोनी के कलेक्टर रहते भी बाढ़ के हालात बने थे. ऐसे में अनुभव को देखते हुए जितेंद्र कुमार सोनी को जालोर भेजा. संभागीय आयुक्त कैलाशचन्द्र मीणा ने अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक ली. इलाक़े में बिजली सुचारू करने को लेकर भी संभागीय आयुक्त ने निर्देश दिए. 

बात करते है बाड़मेर जिले की, तो यहां बिपरजॉय तूफान से समदड़ी क्षेत्र के हालात बिगड़े है. CHC समदड़ी में 2-3 फीट तक अस्पताल परिसर में पानी भरा. अंदर बाहर चारों तरफ पानी ही पानी. प्रशासन पानी निकासी के लिए जुटा. क्षेत्र में कई कच्चे घरों के गिरने की भी सूचना मिल रही है. नुकसान की संभावना जताई जा रही है, प्रशासन अपडेट ले रहे है.

पाली के बाली उपखंड का भिटवाड़ा क्षेत्र जलमग्न हो गया है. SDRF की टीम मौके पर पहुंची. घरों व खेतों में फंसे ग्रामीणों का रेस्क्यू किया जा रहा है. क्षेत्र में करीब 6 फीट पानी भरा है. नदी में बहाव के चलते देसूरी के निकट एक पुलिया टूटने की सूचना मिली है. 
घाट सेक्शन में पानी के तेज बहाव व पत्थर गिरने से मार्ग बंद किया. भारी बारिश की वजह से कोई जनहानि न हो इसलिए प्रशासन ने रास्ता बन्द किया. देसूरी व चारभुजा पुलिस ने नाकाबंदी कर वाहनों को रोका. पाली-राजसमन्द जिले को जोड़ने वाला देसूरी चारभुजा नाल मुख्य सड़क मार्ग है. दोनों ही जिलों का सम्पर्क फिलहाल बन्द हुआ. 

उदयपुर के गोगुन्दा में बिपरजॉय तूफान का कहर देखने को मिला. करदा निवासी नानाराम गमेती का केलूपोश मकान ढहा. नानाराम के अलावा परिवार में दिव्यांग पत्नी व पांच छोटे-छोटे बच्चे है. मकान गिरते वक्त सभी ने भागकर जान बचाई. गरीब नानाराम को हजारों रुपए का नुकसान बताया जा रहा है. वार्ड पंच कमलेश पालीवाल की सूचना पर पटवारी व सचिव मौके पर पहुंचे. सचिव ने रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को भेजी. नानाराम ने जल्द मुआवजा देने की बात कही. करीब 24 घंटों से क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है.  

राजसमंद जिले में तूफान का कहर नजर आया. तेज बारिश के बाद नदी नाले बहाव पर है. कई जगह पर पेड़, दीवार, बिजली के पोल धराशायी हो गए है. सांगठ GSS से जुड़े एक दर्जन से अधिक गांवों में बिजली गुल है. चारभुजा क्षेत्र में गोमती नदी पूरे उफान पर है. कुंभलगढ़ चारभुजा क्षेत्र के अधिकांश नदी नाले परवान पर है. आमेट में चन्द्रभागा नदी में बहाव शुरू हो गया.सालों के बाद देवगढ़ के सोपरी बांध में पानी आया. सिरोही के आबूरोड में बिपरजॉय चक्रवात का असर देखने को मिला. विभिन्न स्थानों पर  दर्जनों पेड़ गिरे. बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हुए. शहर में कल सुबह से ही बिजली आपूर्ति बाधित है. लगातार जारी झमाझम से बनास नदी उफान पर है. लुनियापुरा, प्रेमनगर, गणेश कॉलोनी व केसरगंज आदि स्थानों पर जलभराव है. आसपास के ग्रामीण अंचलों में भी कमोबेश यही हालात है.

इससे पहले मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार शाम साढ़े पांच बजे तक सिरोही में 37.5 मिलीमीटर, जालौर में 36 मिमी, बाड़मेर में 33.6 मिमी, बीकानेर में 26.6 मिमी, डबोक में 13 मिमी, डूंगरपुर में 12.5 मिमी और जोधपुर में 10.5 मिलीमीटर बारिश हुईई. इस अवधि के दौरान कई अन्य स्थानों पर भी वर्षा हुई. विभाग ने बाड़मेर, जालोर और सिरोही जिलों में भारी बारिश की चेतावनी (रेड अलर्ट) जारी किया है. पाली और जोधपुर के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है. इसी तरह जैसलमेर, बीकानेर, चूरू, सीकर, नागौर, झुंझुनू, अजमेर, उदयपुर, राजसमंद, जयपुर, जयपुर शहर, दौसा, अलवर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी और कोटा जिलों के लिए 'येलो अलर्ट' जारी किया गया है.

उल्लेखनीय है कि इस चक्रवात के असर से राज्य में शुक्रवार से ही बारिश हो रही है. शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक के 24 घंटे के दौरान माउंट आबू में 210 मिलीमीटर, बाड़मेर के सेवड़ा में 136 मिलीमीटर, माउंट आबू तहसील में 135 मिलीमीटर, जालौर के रानीवाड़ा में 110 मिलीमीटर, चूरू के बिदासरा में 76 मिलीमीटर, रेवदर में 68 मिलीमीटर, सांचोर में 59 मिलीमीटर और पिंडवाड़ा में 57 मिलीमीटर बारिश हुई. उन्होंने कहा कि राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश की गतिविधियां सोमवार तक जारी रहेंगी.इस बीच, राज्य में न्यूनतम तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया. राज्य में शनिवार को धौलपुर में सर्वाधिक तापमान 41.1 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 40.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

इस बीच आपदा प्रबंधन एवं राहत विभाग के सचिव पी सी किशन ने बताया कि मौसमी संबंधी चेतावनी (रेड अलर्ट) को देखते हुए संबंधित जिलों में फिलहाल महंगाई राहत शिविर निलंबित कर दिए गए हैं. चक्रवात बिपारजॉय के कारण उत्तर पश्चिम रेलवे जोन में रेल यातायात भी प्रभावित हुआ है. रेलवे ने अमृतसर-गांधीधाम एक्सप्रेस रेलसेवा, जोधपुर-भीलड़ी एक्सप्रेस रेलसेवा, वलसाड-भीलड़ी एक्सप्रेस रेलसेवा, जोधपुर-पालनपुर एक्सप्रेस, जोधपुर-पालनपुर एक्सप्रेस, बाडमेर-मुनाबाव एक्सप्रेस, मुनाबाव-बाडमेर एक्सप्रेस सहित कुल 13 ट्रेनों को शनिवार के लिये रद्द किया है.