जयपुरः महान क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की जयंती पर 15नवंबर को डूंगरपुर में बीजेपी की बड़ी रैली होगी. इसे सीएम भजन लाल शर्मा और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ संबोधित करेंगे. इसे जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा. राजस्थान में प्रत्येक जिले में कार्यक्रम होंगे. आज जयपुर में बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में कार्यशाला आयोजित हुई. खास बात ये है कि डूंगरपुर में भारतीय आदिवासी पार्टी का व्यापक प्रभाव है.
राष्ट्रीय नायक, आदिवासियों के भगवान और जनजाति गौरव कहे जाने वाले बिरसा मुंडा की जयंती इस बार बेहद खास है. बीजेपी राष्ट्रीय स्तर पर आयोजनों में जुटी है. बीजेपी बिरसा मुंडा की जयंती और पुण्यतिथि पर देशभर में, विशेष रूप से आदिवासी बहुल क्षेत्रों जैसे झारखंड ओडिशा और राजस्थान में, बड़े पैमाने पर कार्यक्रम आयोजित करती है. ये आयोजन बीजेपी की आदिवासी समुदाय तक पहुँच बनाने और उनके गौरव को राष्ट्रीय फलक पर लाने की रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. पइसी कड़ी में दिल्ली में सराय काले खान चौक का नाम बदलकर भगवान बिरसा मुंडा चौक किया गया है, बीजेपी के नेता अक्सर उन्हें 'भगवान बिरसा मुंडा' और 'धरती आबा' कहकर संबोधित करते हैं और उनके संघर्ष, त्याग और बलिदान को याद करते है. राजस्थान में बीजेपी बिरसा मुंडा की जयंती पर डूंगरपुर में बड़ा आयोजन करने जा रही. इसमें सीएम भजन लाल शर्मा और प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ भाग लेंगे. बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में कार्यशाला का आयोजन किया गया.
कुल 200 सीटों में से 25 सीटें अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं.
बांसवाड़ा (कुशलगढ़, गढ़ी, घाटोल, बागीदौरा, बांसवाड़ा)
डूंगरपुर (सागवाड़ा, चौरासी, डूंगरपुर, आसपुर)
उदयपुर (झाडोल, उदयपुर ग्रामीण, सलूम्बर, खेरवाड़ा, गोगुन्दा)
प्रतापगढ़ (प्रतापगढ़, धरियाबाद)
सिरोही (पिंडवाड़ा आबू)
दौसा (लालसोट)
सवाई माधोपुर (बामनवास)
करौली (सपोटरा, टोडाभीम)
राजनीति में जनजाति वर्ग का सियासी महत्व है राजस्थान की राजनीति में जनजाति वर्ग की इन जनजाति आरक्षित सीटों का परिणामों पर बड़ा प्रभाव पड़ता है. बिरसा मुंडा की जयंती बीजेपी के लिए पूर्व और दक्षिण के लिए बेहद अहम.फिर अंता की सीट पर चुनाव भी है.