जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर का बड़ी चौपड़ आज फिर गवाह बना देश की आजादी से जुड़े पर्व को मनाने के लिए सत्ता परिवर्तन का अहसास भी यहां दिखा सत्ता पक्ष के मंच पर बीजेपी के नेता थे तो विपक्षी दल के मंच पर कांग्रेस के नेता शहर बीजेपी के मंच से राज्य के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने झंडा फहराया,पहली बार स्वाधीनता दिवस पर झंडा रोहन किया. उधर विपक्ष के मंच से नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली ने झंडारोहण किया उनके लिए नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद ये पहला अवसर था. राज्य कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा मौजूद रहे. दलीय राजनीति से परे बड़ी चौपड़ पर स्वाधीनता दिवस के कार्यक्रम में भारी बारिश के बीच पक्ष विपक्ष के मंच से सियासी संदेश भी दिया गया. विपक्ष ने सीबीआई, ED को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा तो सीएम भजन लाल शर्मा ने विकसित भारत और विकसित राजस्थान की बात की.
चाहे सुखाडिया का सियासी युग हो या फिर भैरों सिंह शेखावत का गणतंत्र दिवस और स्वाधीनता दिवस के अवसर पर राजधानी जयपुर का हृदय स्थल कहे जाने वाले बड़ी चौपड़ एक अनूठी सियासत का साक्षी बनता है. यहां सत्ताधारी और विपक्षी दल परम्परानुसार झंडारोहण करते है . करीब 75सालों से यह परम्परा चली आ रही है. पहले झंडारोहण सत्तापक्ष की ओर से होता है और ठीक उसके बाद विपक्षी दल के नेता राष्ट्रीय ध्वज फहराते है. राजस्थान में सदैव दो ही दल प्रमुख रहे बीजेपी और कांग्रेस लिहाजा बड़ी चौपड़ सत्ता परिवर्तन का भी अहसास कराता है.
हाल ही बीजेपी और कांग्रेस में दोनों अलग दिशाओं में तिरंगा फहराते है. मंच भी दोनों के समीप ही लगते है. यहां तिरंगा फहराने का कोड़ ऑफ कंडक्ट निर्धारित है. पहले सत्ता पक्ष और कुछ देर बाद ही विपक्ष के नेता झंडा फहराते है. सत्तापक्ष के मंच का मुंह रामगंज चौपड़ की ओर यूं कहे पूर्व की ओर देखता हुआ होता है, वहीं विपक्षी पार्टी के मंच का मुंह सांगानेरी गेट की ओर देखता हुआ रहता है. मुख्यमंत्री ही सत्तापक्ष की ओर से यहां झंडा फहराते है वहीं विपक्षी की ओर से नेता प्रतिपक्ष सत्ता पक्ष के मंच से पहली बार विधायक और पहली बार सीएम बने भजन लाल शर्मा ने बड़ी चौपड़ से गौरवशाली परंपरा की निर्वहन किया और स्वाधीनता दिवस राष्ट्रीय ध्वज फहराया. इस अवसर पर बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़, विधायक बाल मुकुंद चार्य, गोपाल शर्मा, पूर्व बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी, मेयर सौम्य गुर्जर, रामचरण बोहरा, राघव शर्मा समेत प्रमुख नेता मौजूद रहे.
उधर कांग्रेस के मंच से परंपरानुसार नेता प्रतिपक्ष झंडा फहराते हैं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने झंडा फहराया PCC चीफ डोटासरा,बीडी कल्ला,महेश जोशी , प्रताप सिंह खाचरियावास,, रफीक खान, अमीन कागजी, बीडी कल्ला, वैभव गहलोत, बृज किशोर शर्मा, अश्क अली टाक, आर आर तिवाड़ी समेत प्रमुख नेता मौजुद रहे.
खास बात यह कि बड़ी चौपड़ पर झंडारोहण कार्यक्रम का आयोजन दोनों दलों की जिला यूनिट करती है. बड़ी चौपड़ से कहे गये शब्दों का सियासी महत्व है. बहरहाल सियासी संदेशों से परे छोटी काशी के ह्र्दय में बसे बड़ी चौपड़ पर लहराता तिरंगा कौमी एकता का संदेश देता है ,यहीं आजादी की मूल भावना है. जिसे दलों की दिवारों को तोड़कर जयपुर का बड़ी चौपड़ बरसों से निभा रहा.