बागलकोट: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने लिंगायत संप्रदाय के संस्थापक बसवेश्वर को उद्धृत करते हुए और अपनी सरकार के विकास एजेंडे की प्रशंसा करते हुए विश्वास जताया कि वह मई में राज्य में होने वाले विधानसभा चुनावों में सत्ता बरकरार रखने में सफल रहेंगे.
उत्तरी कर्नाटक के बागलकोट जिले के हुंगुंद में मंगलवार रात एक जनसभा को संबोधित करते हुए बोम्मई ने कहा कि उन्होंने समाज के हर वर्ग को सामाजिक न्याय देने के लिए ईमानदारी से काम किया है, जिसके परिणामस्वरूप राज्य में पिछले चार वर्षों में प्रति व्यक्ति वार्षिक आय में एक लाख रुपये की वृद्धि हुई है.
हम बसवेश्वर के दिखाए रास्ते पर चल रहे:
बोम्मई ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री के रूप में फिर से लौटूंगा. ईश्वर ने मुझे मां कर्नाटक की सेवा करने का मौका दिया है. मैंने ईमानदारी से काम किया है. उन्होंने कहा कि वह 12वीं सदी के समाज सुधारक एवं लिंगायत संप्रदाय के संस्थापक बसवेश्वर के दिखाए ‘काम ही पूजा है’ और सामाजिक समानता के मार्ग पर आगे बढ़ रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने समाज के हर तबके को सामाजिक न्याय दिलाने की कोशिश की है. लोगों ने अपने समग्र विकास के लिए विभिन्न समुदायों के निगमों की मांग की थी. हम बसवेश्वर के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं.
3.47 लाख रुपये प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष पहुंच गई:
लिंगायत संप्रदाय से ताल्लुक रखने वाले बोम्मई ने बसवेश्वर के नाम का आह्वान किया, जिनके कर्नाटक में, खासकर राज्य के उत्तरी हिस्से में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्नाटक में विकास का प्रमुख पैमाना प्रति व्यक्ति आय था, जिसमें उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के सत्ता में आने से पहले कर्नाटक की प्रति व्यक्ति आय सालाना 2.24 लाख रुपये है. यह अब एक लाख रुपये प्रति वर्ष से अधिक बढ़कर 3.47 लाख रुपये प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष पहुंच गई है.
12 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ:
बोम्मई ने कहा कि कोविड-19 महामारी के प्रकोप के बावजूद प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि हुई है. यह दिखाता है कि हमने महामारी के प्रकोप के बीच विकास किया. मुख्यमंत्री ने दावा किया कि चार साल पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सत्ता में आने के बाद राज्य सरकार द्वारा की गई पहलों के चलते कर्नाटक निवेश और नवाचार के मामले में नंबर एक गंतव्य बन गया है. बोम्मई के मुताबिक, पिछले साल आयोजित ‘ग्लोबल इंवेस्टर्स मीट’ के दौरान राज्य को कुल 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश हासिल हुआ था.
चावल की मात्रा पांच किलोग्राम कर दी:
उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर वे राज्य को विकास के मार्ग पर अग्रसर होते देखना चाहते हैं, तो एक बार फिर भाजपा को चुनें. बोम्मई ने कांग्रेस नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया पर निशाना साधते हुए उन पर लोगों से ‘झूठ’ बोलने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सिद्दरमैया ने 2012 में गरीबों को दिए जाने वाले चावल की मात्रा पांच किलोग्राम कर दी, जबकि भाजपा के शासन में गरीबों को 10 किलोग्राम चावल दिया जा रहा था. सोर्स-भाषा