बांसवाड़ा: कावड़ यात्रा संघ के तत्वावधान में रविवार को बेणेश्वर धाम से लेकर बांसवाड़ा शहर के मंदारेश्वर शिवालय तक का मार्ग ‘बोल बम’ से गुंजायमान रहा. दो दिवसीय कावड़ यात्रा के अन्तर्गत रविवार को कावडिय़े 45 किमी लंबे मार्ग पर अपने आराध्य के धाम पहुंचने को आतुर दिखे. कावड़ यात्रियों का कावड़ यात्रा संघ सहित विभिन्न संस्थाओं की ओर से स्वागत किया गया.
कावड़ यात्रा को लेकर रविवार सुबह से ही कावड़ यात्रियों का बेणेश्वर पहुंचना शुरू हो गया था. बेणेश्वर पहुंचने के बाद कावड़ यात्रियों ने तीर्थ में स्नान किया. इसके बाद पूजा-अर्चना की और जल भरकर मंदारेश्वर के लिए कूच किया. बेणेश्वर से रवाना हुए कावडिय़े नाचते-गाते मंदारेश्वर की ओर बढ़ते रहे. कई कावड़ यात्री प्लास्टिक के लोटे, बोतल आदि में पवित्र जल भरकर और हाथों में लेकर चलते दिखाई दिए. कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में शामिल कावड़ यात्रियों ने केसरिया परिधान ही पहन रखे थे. कावड़ यात्रा में बड़ी संख्या में युवा वर्ग सम्मिलित हुआ. युवाओं के दलों में जोश दिखाई पड़ा, वहीं युवतियां भी अपनी सखी-सहेलियों के साथ पवित्र जल लिए उत्साह से आगे बढ़ती रही. इस दौरान कुछ श्रद्धालु दंडवत यात्रा भी करते दिखे.
मध्यरात्रि से होगा जलाभिषेक
45 किमी की यात्रा पूर्ण करने के बाद रविवार और सोमवार की मध्यरात्रि से ही मंदारेश्वर शिवालय में जलाभिषेक आरंभ हो जाएगा, जो दिनभर चलेगा. जलाभिषेक के बाद कावड़ यात्री अपना व्रत खोलेंगे.