VIDEO: पर्यटक बने संजीवनी ! पर्यटकों की जोरदार आवक से ट्रेवल इंडस्ट्री में लौटी रौनक, देखिए ये खास रिपोर्ट

 जयपुर: राजस्थान में पिछले 9 महीने पर्यटन उद्योग को संजीवनी देने वाले रहे हैं. इन 9 महीनों में प्रदेश में सवा लाख से ज्यादा विदेशी पर्यटकों सहित कुल 51 लाख से ज्यादा पर्यटक आए जो कोरोना के बाद नया रिकॉर्ड है. राजधानी जयपुर में प्रदेश के करीब 85 फीसदी पर्यटक पहुंचे तो जयपुर के बाहर के प्रदेश के स्मारकों पर महज 15 फीसदी सैलानियों की ही आवक रही. पर्यटकों की जोरदार आवक से ट्रेवल इंडस्ट्री के चेहरे पर रौनक लौट आई है.

कोरोना के दौर में प्रदेश की गहलोत सरकार के बेहतर मैनेजमेंट का ही परिणाम है कि राजस्थान को देश के सबसे सुरक्षित प्रदेश के तौर पर देश दुनिया में पहचान मिली. यही कारण है कि राज्य में देश विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में 84 फीसदी से ज्यादा इजाफा हुआ. चालू वित्त के पहले 9 महीने यानी 1 अप्रेल 2022 से 31 दिसंबर 2022 तक प्रदेश के स्मारकों पर कुल 51 लाख 723 पावणों की आवक हुई. इनमें 49 लाख 35 हजार 743 घरेलू और 1 लाख 64 हजार 980 विदेशी सैलानी शामिल हैं. 

पर्यटकों की आवक से पुरातत्व व संग्रहालय विभाग को कुल 31 करोड़ 64 लाख 69240 रुपए राजस्व मिला. अक्टूबर से शुरू हुए फेस्टिव सीजन में पर्यटकों की मानो प्रदेश में बाढ़ ही आ गई हो. हालांकि कुछ आंकड़े यहां चौंकाने वाले भी हैं. प्रदेश के स्मारकों पर आए इन पर्यटकों में से करीब 85 फीसदी यानी 43 लाख 47 हजार 744 पर्यटक अकेले राजधानी जयपुर के स्मारकों पर आए जबकि शेष राजस्थान के स्मारकों पर पर्यटकों की आवक महज 7 लाख 52 हजार 979 ही रही. इन आंकड़ों से साफ है कि शेष राजस्थान के स्मारकों के व्यापक प्रचार प्रसार की भी जरूरत है और वहां सुविधाओं के विकास की भी. हालांकि जयपुर को गोल्डन ट्रायंगल यानी दिल्ली-जयपुर-आगरा में शामिल होने का भी फायदा मिलता है लेकिन फिर भी पर्यटकों की आवक में इतना अंतर यह जरूर साबित कर रहा है शेष राजस्थान के स्मारकों को लेकर खास नीति बनाए जाने की जरूरत है. 

प्रदेश में इन 9 महीनों में जो 51 लाख से ज्यादा पर्यटक आए उनमें सर्वाधिक 12 लाख 14 हजार से ज्यादा पर्यटक आमेर पहुंचे. हवा महल को देखने आने पर्यटकों की संख्या रही 9 लाख 55 हजार से ज्यादा जबकि जंतर मंतर देखने कुल 7 लाख 87 हजार से ज्यादा पर्यटक पहुंचे. शेष राजस्थान के स्मारकों पर पहुंचने वाले पर्यटकों से ज्यादा तो आमेर, हवामहल और जंतर मंतर पहुंचे. नाहरगढ़ 6 लाख 99 हजार से ज्यादा तो अल्बर्ट हॉल देखने 6 लाख 33 हजार से ज्यादा पर्यटक आए. 

शेष राजस्थान के स्मारकों में चित्तौड़गढ़ और जोधपुर का मंडोर ही ऐसे रहे जहां इन 9 महीनों में एक लाख से ज्यादा पर्यटक आए. चित्तौड़गढ़ में 3 लाख 32 हजार से ज्यादा तो मंडोर को देखने 1 लाख 14 हजार से ज्यादा सैलानी आए. यहां इस बात का पता होना जरूरी है कि प्रदेश में पुरातत्व व संग्रहालय विभाग के अधीन कुल 34 स्मारक आते हैं. लेकिन देश विदेश के पर्यटकों में गुलाबी नगर जयपुर के स्मारकों का आकर्षण ज्यादा है. बहरहाल वित्त वर्ष के पहले 9 महीनों में पर्यटकों की आवक ने नया रिकॉर्ड बना दिया है. उम्मीद की जानी चाहिए कि वित्त वर्ष समाप्ति तक पर्यटकों का आंकडा 70 लाख के पार पहुंच जाएगा.