नई दिल्ली: भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की नेता के. कविता दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में दूसरे चरण की पूछताछ के लिए सोमवार को यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष पेश हुईं.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी एवं विधान परिषद की सदस्य कविता (44) से इस मामले में सबसे पहले 11 मार्च को पूछताछ की गयी थी जिसके बाद उन्हें 16 मार्च को फिर से तलब किया गया था लेकिन वह मामले में ईडी की कार्रवाई के खिलाफ राहत दिए जाने की अपनी लंबित याचिका का हवाला देते हुए पेश नहीं हुई थी. संघीय जांच एजेंसी ने उनके दावों के खारिज कर दिया था और उन्हें 20 मार्च को पेश होने के लिए कहा था.
केंद्र सरकार ईडी का इस्तेमाल कर रही:
ऐसी जानकारी है कि 11 मार्च को ईडी के कार्यालय में करीब नौ घंटे तक पूछताछ के दौरान कविता से हैदराबाद स्थित कारोबारी अरुण रामचंद्रन पिल्लई के बयानों को लेकर सवाल-जवाब किए गए. कविता के कथित करीबी समझे जाने वाले पिल्लई को इस मामले में गिरफ्तार किया गया है. बीआरएस नेता के बयान को धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया था. कविता ने कहा कि उन्होंने कुछ भी गलत नहीं किया और आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार ईडी का ‘‘इस्तेमाल’’ कर रही है.
तेलंगाना की मुख्यमंत्री की बेटी कविता का करीबी:
पिल्लई दिल्ली आबकारी नीति घोटाले में शामिल शराब गिरोह ‘साऊथ ग्रुप’ का कथित अगुआ था. ईडी ने दावा किया कि पिल्लई भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधान पार्षद और तेलंगाना की मुख्यमंत्री की बेटी कविता का करीबी है. ईडी का आरोप है कि गिरोह ने अब रद्द हो चुकी दिल्ली आबकारी नीति 2021-22 के तहत राष्ट्रीय राजधानी के शराब बाजार के बड़े हिस्से पर कब्जा करने के एवज में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को 100 करोड़ रुपये दिए थे. सोर्स-भाषा