जयपुर: वैदिक ज्योतिष में राजकुमार कहे जाने वाले ग्रह बुध का गोचर 31 मार्च को मेष राशि में कर लिया है. अपनी नीच राशि मीन से निकलकर वो मेष राशि में प्रवेश कर लिया है. इससे पहले बुध मीन राशि में उदित हो चुके होंगे. उसके बाद सूर्य भी 14 अप्रैल को मेष आकर बुध के साथ बुधादित्य योग बनाएंगे. इस शुभ योग के प्रभाव से कई राशियों की आर्थिक स्थिति में सुधार होगा और नौकरीपेशा लोगों के लिए बेहतर अवसर उपलब्ध हो सकेंगे.
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि 31 मार्च को मेष राशि में बुध के आने से त्रिग्रही योग बनेंगे. मेष राशि में राहु और शुक्र पहले से ही मौजूद हैं. लेकिन 6 अप्रैल को शुक्र राशि परिवर्तन कर लेंगे. इसके बाद 14 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में प्रवेश कर पुनः त्रिग्रही योग बनाएंगे. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, बुध ग्रह को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है. बुध ग्रह बुद्धि, तर्क क्षमता और अच्छे संचार कौशल का कारक है. यह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी ग्रह है. मेष राशि का स्वभाव बिल्कुल विपरीत होता है. मेष राशि राशि चक्र की पहली राशि है और इसका स्वामी ग्रह मंगल है.
बुध है नपुंसक ग्रह:
ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि बुध पुरुष ग्रह होने के बावजूद नपुंसक ग्रह कहलाता है. अर्थात यह जिस ग्रह के साथ बैठ जाए उसकी तरह व्यवहार करने लगता है. वक्री बुध यदि किसी खराब ग्रह के साथ बैठ गया और उसके खराब फल में वृद्धि हो जाती है.
बुध का वैदिक मंत्र:
ॐ उद्बुध्यस्वाग्ने प्रति जागृहि त्वमिष्टापूर्ते सं सृजेथामयं च.
अस्मिन्त्सधस्थे अध्युत्तरस्मिन् विश्वेदेवा यजमानश्च सीदत..
बुध का तांत्रिक मंत्र:
ॐ बुं बुधाय नमः
बुध का बीज मंत्र:
ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं सः बुधाय नमः
क्या होगा असर:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि राजनीतिक उथल-पुथल एवं प्राकृतिक आपदाओं की आशंका बढ़ेगी. धरना जुलूस प्रदर्शन आंदोलन गिरफ्तारियां होगी. दुर्घटना होने की संभावना. देश और दुनिया में राजनीतिक बदलाव होंगे. सत्ता संगठन में परिवर्तन होगा. आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलेगा.लोगों में रचनात्मकता बढ़ेगी. शेयर मार्केट बढ़ने की संभावना है. कीमती धातुओं के दाम कम होंगे. बाजार में खरीदारी बढ़ सकती है. खाने-पीनी की चीजें महंगी हो सकती है. बिजनेस करने वाले लोगों के लिए समय अच्छा रहेगा. लेन-देन और निवेश में कई लोगों को फायदा मिल सकता है. कई नौकरीपेशा लोग जॉब बदलने का मन बना सकते हैं. अचानक मौसमी बदलाव भी हो सकते. पहाड़ी क्षेत्रों से शुभ समाचार प्राप्त होंगे. भारतीय स्टॉक मार्केट पर चर्चा ज्यादा. धार्मिक स्थल तीर्थ स्थल पवित्र स्थल पर कोई न कोई घटना घटित होगी. राजनीति से जुड़े नेताओं से दुखद समाचार, वाहन से जुड़ी घटना और हमला होने की संभावना.
बुध के उपाय:
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि बुध से पीड़ित व्यक्ति को मां दुर्गा की आराधना करनी चाहिए. बुधवार के दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए और साबूत हरे मूंग का दान करना चाहिए. बुधवार के दिन गणपति को सिंदुर चढ़ाएं. बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. दूर्वा की 11 या 21 गांठ चढ़ाने से फल जल्दी मिलता है. पालक का दान करे. बुधवार को कन्या पूजा करके हरी वस्तुओं का दान करे.
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास से जानते हैं बुध के इस गोचर का सभी 12 राशियों पर शुभ-अशुभ प्रभाव...
मेष राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर लग्न में ही होगा. आपके साहस में वृद्धि होगी आपके व्यक्तित्व में निखार आने की पूरी सम्भावना है. अगर आप नौकरी बदलने की योजना बना रहे है तो आपको इस समय सफलता मिलेगी. आपके भाई और मित्रों से भी आपको पूर्ण सहयोग मिलेगा.
वृष राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर द्वादश भाव से होगा जिसे व्यय भाव कहा गया है. इस समय आपके खर्चे में वृद्धि होगी, वहीं यात्राओं से कोई खास लाभ नहीं होगा. अपनी वाणी से आप काम बिगाड़ सकते हैं. इस समय अपने धन को बचाकर रखें.
मिथुन राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध एकादश भाव में गोचर करेंगे जिसे लाभ का भाव माना गया है. इस भाव में बुध का गोचर व्यापारी वर्ग के लिए शुभ रहने वाला है. छात्रों के लिए यह समय अच्छा रहने वाला है. मीडिया और जनसंचार से जुड़े जातक इस समय अपने काम से प्रसिद्द होंगे.
कर्क राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर दशम भाव से होगा जोकि कर्म भाव है. इस भाव में बुध के गोचर के कारण आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे. कार्य स्थल पर आपको नई जिम्मेदारी भी दी जा सकती है. इस समय आपके परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है.
सिंह राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर भाग्य भाव यानी नवम भाव से होगा. इस समय आप अपने धन का संचय करने में सफल होंगे. बैंक और वित्त से जुड़े जातकों को इस समय प्रमोशन का गिफ्ट मिल सकता है. किसी धार्मिक यात्रा की ओर संकेत कर रही है जो की शुभ होगी.
कन्या राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर अष्टम भाव में होगा जिसे आकस्मिक घटना का भाव कहा गया है. आप पूरी सावधानी से वाहन चलाए. अगर आप त्वचा रोगी है तो समय समय पर डॉक्टर से सलाह ले. इस कार्य स्थल पर आपके सहयोगी आपको उचित सहयोग नहीं देंगे.
तुला राशि - इस राशि के जातकों के बुध का गोचर सप्तम भाव से होगा जो की जीवनसाथी का भाव है. वैवाहिक जीवन में कुछ तनाव हो सकता है. इस समय आपको अपनी वाणी पर काबू रखने की सलाह दी जाती है. काम में आलस्य नहीं करे. किसी बाहरी व्यक्ति की मदद से धन मिलेगा.
वृश्चिक राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर छठे भाव से होगा जिसे रोग, ऋण और शत्रु भाव कहा जाता है. स्वास्थ्य का ध्यान का ध्यान रखना होगा. जो लोग त्वचा से जुड़ी बीमारी से परेशान है उन्हें अतिरिक्त ध्यान रखना होगा. इस समय आपको विदेश यात्राओं से लाभ होता हुआ दिखाई दे रहा है.
धनु राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर पंचम भाव से होगा जिसे प्रेम और संतान का भाव कहा गया है. इस समय कोई नया काम शुरू करे तो सोच समझकर ही शुरू करे. अपने प्रेमी को धोखा नहीं दे और ना ही किसी को प्रेम प्रस्ताव दे. इस समय अपने बड़े भाइयों के साथ किसी भी प्रकार का कोई मतभेद नहीं होने दे.
मकर राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर चौथे भाव से होगा. आपको मानसिक सुख प्राप्त होगा वही परिवार में किसी मांगलिक कार्य का आयोजन होगा. इस समय आपको अपनी मां की ओर से संपत्ति प्राप्त हो सकती है. सरकारी काम से जुड़े जातक अच्छा मुनाफा प्राप्त करेंगे.
कुंभ राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर तीसरे भाव से होगा जो की पराक्रम भाव है. किसी धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है जो की मददगार साबित होगी. भाग्य का पूरा साथ आपको मिलने वाला है. आपको अच्छा निवेश प्राप्त होने के योग है.
मीन राशि - इस राशि के जातकों के लिए बुध का गोचर दूसरे भाव से होगा. अगर आप किसी गूढ़ विद्या जैसे ज्योतिष को सीखना चाहते है तो आपके लिए समय उचित है. इस समय आपको अपने मित्रों की ओर से कोई गुप्त मदद प्राप्त हो सकती है. आपको अपने परिवार और पिता के साथ सामंजस्य बिठाना होगा.