पोशेफ्स्ट्रूम: अंडर 19 विश्व कप में खिताबी जीत से आहलादित भारत की चैम्पियन बल्लेबाज शेफाली वर्मा के लिये यह महज एक शुरुआत है और उनका इरादा दो सप्ताह बाद सीनियर टीम के साथ इस सफलता को दोहराने का है.
महिला टी20 विश्व कप दस फरवरी से दक्षिण अफ्रीका में खेला जाना है और यहीं पर भारतीय अंडर 19 टीम ने शेफाली की कप्तानी में पहला टी20 विश्व कप जीतकर इतिहास रचा है. उन्नीस वर्ष की शेफाली भारत की सीनियर टीम का भी हिस्सा हैं और वह दूसरी बार खिताब जीतकर दक्षिण अफ्रीका दौरे को यादगार बनाना चाहती है.
जीत के बाद उसने कहा कि मैं जब यहां आई तो फोकस अंडर 19 विश्व कप पर था लेकिन उसे हम जीत चुके हैं. अब नजरें सीनियर विश्व कप पर हैं. मैं इस जीत को भुलाकर अब सीनियर विश्व कप पर फोकस करूंगी. शेफाली उस भारतीय टीम का भी हिस्सा थी जो 2020 टी20 विश्व कप फाइनल में आस्ट्रेलिया से हार गई थी. उसने कहा कि उस हार की टीस अभी भी सालती है.
मेलबर्न में खेला गया फाइनल मेरे लिये काफी जज्बाती था:
उसने कहा कि मेलबर्न में खेला गया फाइनल मेरे लिये काफी जज्बाती था. हम उस मैच को जीत नहीं सके थे. शेफाली ने कहा कि जब मैं अंडर 19 टीम से जुड़ी तो बस यही सोचती थी कि हमें विश्व कप जीतना है. मैं लड़कियों से यही कहती थी कि हमें जीतना ही है और हम जीत गए.
हम विश्व कप हारने के बाद खूब रोये थे लेकिन अब ये खुशी के आंसू:
उसने कहा कि हम विश्व कप हारने के बाद खूब रोये थे लेकिन अब ये खुशी के आंसू हैं. हम जो जीतने आये थे, वह हमने जीता. पुरस्कार वितरण के समय अपने आंसुओं पर काबू नहीं रख सकी शेफाली ने कहा कि मैने आंसू रोकने की कोशिश की लेकिन रोक नहीं सकी . मैं आगे भी अच्छा प्रदर्शन करके भारत के लिये रन बनाती रहूंगी. लेकिन इस विश्व कप से ही संतोष नहीं है. यह तो अभी शुरूआत भर है. सोर्स- भाषा