Rajasthan : विधानसभा के लापरवाह विधायक, प्रश्नकाल में गायब रहने पर खुद स्पीकर को पूछने पड़े प्रश्न; आखिर जनता से जुड़े मुद्दों से क्यों दूर हो रहे माननीय ?

जयपुर: राजस्थान विधानसभा में पहुंचने के लिए प्रदेश के नेता एडी चोटी का जोर लगा देते हैं, लेकिन जब यही नेता विधायक बनकर विधानसभा पहुंच जाते हैं तो जनता से जुड़े मुद्दों से दूर हटने लगते हैं. हालात यह है कि सदन के सबसे महत्वपूर्ण सत्र प्रश्नकाल में ही ये विधायक प्रश्न लगाकर नदारद हो जाते हैं और जनता से जुड़े मुद्दों पर सरकार से सवाल तक नहीं करते. आज भी विधानसभा में यह नजारा देखने को मिला, जब कई विधायक प्रश्नकाल के दौरान गैर मौजूद रहे. खुद विधानसभा अध्यक्ष को प्रश्न पूछने पढ़े और दूसरे विधायकों से भी प्रश्न करवाने पड़े.

विधानसभा में लगता है कि विधायक अपनी जिम्मेदारी व जनता के मुद्दों के प्रति गंभीर ही नहीं है. विधायक बनने के लिए तो नेता खूब भागदौड़ करते है, लेकिन जब विधायक बन जाते है तो कई नेता विधानसभा से ही दूरी कर लेते है. आज प्रश्नकाल में अजीब नजारा देखने को मिला. कई मन्त्री व विधायक सदन से गायब रहे. एक घण्टे के प्रश्नकाल में सभी प्रश्न 15 मिनट पहले ही पूरे हो गए. आखिरकार विधानसभा अध्यक्ष डॉ सीपी जोशी को गैरमौजूद विधायकों की तरफ से प्रश्न पूछने पड़े. विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा विधायक कैलाश चंद मेघवाल की तरफ से शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र में पटवारियों के रिक्त पदों से जुड़ा प्रश्न पूछा तो साथ ही वेद सोलंकी की तरफ से प्रदेश में दिव्यांगों को गैर सरकारी क्षेत्रों में आरक्षण से जुड़ा प्रश्न भी किया. वेद सोलंकी अक्सर प्रश्नकाल से गैरमौजूद रहते है.

रामनिवास गावड़िया और हाकम अली भी प्रश्नकाल के दौरान सदन में नहीं आए:
विधायक रामनिवास गावड़िया और हाकम अली भी प्रश्नकाल के दौरान सदन में नहीं आए. रामनिवास गावड़िया की तरफ से सफिया जुबेर ने प्रश्न किया तो फतेहपुर विधायक हाकम अली की तरफ से पिलानी विधायक जेपी चंदेलिया ने मंत्री से प्रश्न पूछा. जब अपनी ही पार्टी के विधायक प्रश्नकाल के दौरान गैर मौजूद दिखे तो सरकारी उप मुख्य सचेतक महेंद्र चौधरी सदन में इधर-उधर दौड़ते नजर आए और फिर दूसरे विधायकों को प्रश्न देखकर उनसे प्रश्न पुछवाया. रामनिवास गावड़िया का प्रश्न नागौर जिले में श्रमिक कार्ड के लंबित आवेदन से जुड़ा था तो हाकम अली का प्रश्न राष्ट्रीय राजमार्ग 52 पर लक्ष्मणगढ़ से फतेहपुर तक फोरलेन सड़क निर्माण से जुड़ा था.

भाजपा विधायक रामस्वरूप लांबा और ललित कुमार ओस्तवाल देरी से विधानसभा में पहुंचे:
प्रश्नकाल में स्थिति यहां तक ही सीमित नहीं थी बल्कि दो विधायक तो देरी से सदन में पहुंचे भाजपा विधायक रामस्वरूप लांबा और ललित कुमार ओस्तवाल देरी से विधानसभा में पहुंचे हालांकि प्रश्नकाल में समय बचता देखकर स्पीकर सीपी जोशी ने इन दोनों को सबसे आखिर में प्रश्न करने का मौका दिया. रामस्वरूप लांबा ने विधायक कोष से स्कूलों में कक्षों की मरम्मत का मामला उठाया और अपने विधानसभा क्षेत्र की एक स्कूल के जीर्णशीर्ण होने से भी सदन को अवगत कराया. ग्रामीण विकास विभाग की तरफ से मंत्री रामलाल जाट ने इसका जवाब दिया.

विधायक की गैरमौजूदगी से न केवल स्पीकर बल्कि सभापति भी खिन्न:
विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान विधायक की गैरमौजूदगी से न केवल स्पीकर बल्कि सभापति भी खिन्न है. इतना ही नहीं सुनने काल और अनुदान की मांगों पर चर्चा के दौरान भी सदन के अंदर गिने-चुने विधायक और मंत्री दिखाई देते हैं. ऐसे में सवाल ये उठता है कि जब यह विधायक इस पवित्र सदन को अपना समय देकर जनता के मुद्दे नहीं उठा सकते तो फिर आखिर जनता से वोट मांग कर यह सदन में आते ही क्यों हैं ?

...योगेश शर्मा व ऐश्वर्य प्रधान के साथ नरेश शर्मा फर्स्ट इंडिया न्यूज जयपुर