Uttar Pradesh: व्यापारी आत्महत्या मामले में 13 नामजद और पांच अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज

बलिया: उत्तर प्रदेश के बलिया शहर में एक शस्त्र व्यापारी द्वारा आत्महत्या किये जाने के मामले में पुलिस ने बृहस्पतिवार को 18 लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज किया. पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बलिया शहर कोतवाली के रेलवे स्टेशन रोड पर शस्त्र व्यापारी नंद लाल गुप्ता (45) ने बुधवार दोपहर अपनी दुकान में गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. गुप्ता की बलिया शहर में रेलवे स्टेशन मार्ग पर बंदूक की दुकान है. सूत्रों ने बताया कि नंद लाल गुप्ता ने आत्महत्या करने के पूर्व 'फेसबुक लाइव' पर अपनी बात कही थी. सूत्रों ने बताया कि वीडियो में गुप्ता यह कहते सुनाई दे रहा है कि सूदखोर लोग उसे बेवजह परेशान कर रहे हैं, उसने उनसे जितना धन लिया था, उससे ज्यादा वह लौटा चुका है. 

उन्होंने बताया कि गुप्ता ने 'फेसबुक लाइव' वीडियो में यह भी कहा था कि सूदखोरों ने उसका घर भी अपने नाम करा लिया है, वह अब जीना नहीं चाहता. सूत्रों के अनुसार गुप्ता ने खुद को गोली मारने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उसके परिवार एवं बच्चों पर आशीर्वाद रखने की अपील की. सूत्रों ने बताया कि गुप्ता की पत्नी मोनी की तहरीर पर आज 13 नामजद एवं पांच अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बलिया शहर कोतवाली के प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि पुलिस मामला दर्ज करके उसकी छानबीन कर रही है तथा आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं. सूत्रों के अनुसार मोनी ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि उसके पति ने ब्याज पर कर्ज लिया था, सारा कर्ज चुका भी दिया था लेकिन आरोपियों ने उसके पति को पिछली एक जनवरी को जान से मारने की धमकी देते हुए बलिया शहर के बहेरी स्थित आवासीय भूमि की जबरन फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करा ली. 

तहरीर में मोनी ने आरोप लगाया है कि आरोपी कर्ज चुका देने के बाद भी जबरदस्ती पैसा मांग रहे थे, इस कारण उसके पति काफी दिनों से मानसिक दबाव व तनाव में थे. उसने तहरीर में कहा है कि इसी वजह से उसके पति ने आत्महत्या कर ली. उधर, इस मामले के आरोपियों का भाजपा नेताओं के साथ संबंध सोशल मीडिया से पता चला है. सोशल मीडिया पर सामने आयी तस्वीरों में आरोपी पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्यसभा सदस्य लक्ष्मीकांत वाजपेयी, परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह और विधानपरिषद सदस्य रविशंकर सिंह पप्पू के साथ देखे जा सकते हैं. भाजपा के मीडिया प्रभारी पंकज सिंह ने आरोपियों के भाजपा से जुड़े होने को लेकर सफाई देते हुए कहा कि यह सही है कि आरोपियों में से कुछ लोग भाजपा के सदस्य हैं लेकिन दल में उनका कोई प्रभाव नहीं है, वे दल में किसी पद पर भी नहीं हैं. इस बीच, परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने आज मृतक शस्त्र व्यापारी के परिजन से भेंट की और कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. उन्होंने स्वीकार किया कि बलिया में सूदखोरों का आतंक है जिसे समाप्त किया जायेगा. सोर्स- भाषा