कानोता बांध पर चली चादर, ओवरफ्लो होने के बाद बड़ी संख्या में पर्यटक और ग्रामीण पहुंचे, पुलिस ने की भराव क्षेत्र से दूर रहने की अपील

जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर जिले के कानोता बांध पर सालों बाद चादर चली. इंद्रदेव आज जयपुर वासियों पर जमकर मेहरबान हुए. जयपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में आज जमकर मेघ बरसे. सालों बाद कानोता बांध ओवरफ्लो हुआ. बड़ी संख्या में पर्यटक, ग्रामीण बांध देखने के लिए पहुंच रहे है. लगातार हुई बारिश के बाद पानी ओवर फ्लो हुआ. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए बस्सी ACP फूलचंद मीणा मय जाब्ता मौके पर पहुंचे. लोगों से की अपील करते हुए कहा कि भराव क्षेत्र से रहे दूर, पैर फिसलने से हादसा हो सकता है. इसलिए सावधानी जरूरी है. मौके पर कानोता थाना पुलिस का जाब्ता मौजूद है.

जयपुर के आसपास के इलाकों में कल से जारी बारिश बाद अब पहली बार कानोता बांध पर चादर चली है. जल संसाधन अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि बांध की भराव क्षमता 17 फीट है. साथही बांध की 13.78 MCUM भराव कैपेसिटी है. ऐसे में अब पानी ढूंढ नदी में जा रहा है. इससे बस्सी और चाकसू इलाके के लगभग दर्जनभर गांवों को फायदा होगा. वहीं इससे पहले बांध के लबालब होने पर आस-पास के गांवों के लोगों के चेहरे खिल गए बांध के आस-पास बसे गांवों व जयपुर शहर के लोगों का बांध पर पहुंचना शुरू हो गया. ऐसे में बांध की सुरक्षा को लेकर भी खतरा पैदा हो गया है. बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंजूरी के बाद कानोता बांध और नेवटा बांध इको एडवेंचर टूरिज्म साइट के रूप में डवलप होगा. 

कई निचले इलाकों में जल भराव के हालात:
जयपुर समेत राजस्थान के कई इलाकों में आज अलसुबह से दोपहर तक तेज बारिश हुई. इससे जयपुर शहर में जगह-जगह सड़कों पर पानी भरने से वाहन चालकों को परेशानी हो रही है. वहीं राजधानी के कई निचले इलाकों में जल भराव के हालात है. बारिश के कारण राजधानी पानी-पानी हो गई है.  

पिंकसिटी में कल से ही बारिश ने समां बांधा: 
वैसे तो पिंकसिटी में कल से ही बारिश ने समां बांध रखा है. कल भी राजधानी में झमाझम बारिश हुई थी औऱ आज सुबह से पूरे जयपुर को काले बादलों ने घेर रखा है. पूरे जयपुर में कहीं झमाझम तो कहीं रिमझिम बारिश का दौर अलसुबह से ही जारी रहा है. जिससे कई इलाकों में घुटनों के उपर तक पानी भर चुका है. जिससे वाहन या तो बंद हो रहे हैं या रेंग-रेंगकर चल रहे हैं. इससे अलसुबह से ही लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो रही है. अगर प्रदेशभर की बात करें तो ओडिशा के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बनने, पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में सीकर, फलौदी, चित्तौड़गढ़, कोटा, अलवर, अजमेर में जोरदार बारिश हुई.  मौसम विभाग का कहना है कि प्रदेश में अब मानसून 29 जुलाई से 1 अगस्त के बीच सुस्त रहने के आसार हैं. हालांकि इस दौरान भरतपुर, जयपुर व कोटा संभाग के कुछ भागों में बारिश होगी. शेष प्रदेश में बारिश की गतिविधियां कम रहेंगी. 2 अगस्त से फिर सक्रिय होगा.