नई दिल्ली: एक बड़े मिशन के तहत, इसरो ने बुधवार को कहा कि उसने चंद्रयान -3 अंतरिक्ष यान को लॉन्च वाहन- जीएसएलवी-एमके 3 या एलवीएम 3 के साथ एकीकृत किया है. अंतरिक्ष एजेंसी भारत के तीसरे चंद्र मिशन के लिए मध्य जुलाई (12 से 19 जुलाई के बीच) लॉन्च विंडो और चंद्रमा पर सॉफ्ट-लैंडिंग उपकरण के दूसरे प्रयास पर विचार कर रही है.
चंद्रयान -2 की विफलताओं से सीख लेते हुए इसरो ने किये कई अन्य बदलाव:
सितंबर 2019 में लैंडिंग के असफल प्रयास के बाद इसरो ने लैंडर में कई बदलाव किए हैं. इस बार, विक्रम के पैर अपने पिछले अवतार की तुलना में अधिक मजबूत होंगे ताकि वह पहले की तुलना में अधिक वेग से लैंडिंग कर सके, जबकि इसरो ने चंद्रयान -2 की विफलताओं से सीख लेते हुए कई अन्य बदलाव भी किए हैं.