जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को कहा कि वह संजीवनी सहकारी समिति घोटाले के संबंध में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा उनके (गहलोत) खिलाफ मानहानि का मामला दायर करने के कदम का स्वागत करेंगे. उन्होंने कहा कि इससे यह मुद्दा कम से कम राष्ट्रीय स्तर पर तो लाया जा सकेगा. उन्होंने शेखावत के खिलाफ अपने आरोपों को बरकरार रखते हुए कहा कि वह घोटाले और मामले के आरोपी हैं और एक मंत्री होने के नाते उन्हें इस पर शर्म आनी चाहिए.
गहलोत से जब शेखावत द्वारा दिल्ली में मानहानि का मामला दायर करने की योजना के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैं इसका स्वागत करूंगा. इससे मामले में तेजी आएगी और इससे उन पीड़ितों को मदद मिलेगी, जिन्होंने घोटाले में पैसा गंवाया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मामले में सहयोग करने को तैयार है.
गहलोत ने कहा कि अगर शेखावत द्वारा उनके खिलाफ मानहानि का मामला दायर किया जाता है, तो इससे अंततः पीड़ितों को मदद मिलेगी क्योंकि घोटाले का मामला एक राष्ट्रीय मुद्दा बन जाएगा. उन्होंने कहा कि इस तरह का घोटाला करने वाला केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संज्ञान में आए.
उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को पत्र लिखा है लेकिन ईडी इस मामले को अपने हाथ में नहीं ले रही है. गहलोत ने कहा कि संपत्ति को कुर्क करने का अधिकार ईडी के पास है और राज्य पुलिस का विशेष अभियान समूह (एसओजी) आरोपी की संपत्ति जब्त नहीं कर सकता.(भाषा)