जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विजन डॉक्यूमेंट 2030 दस्तावेज का विमोचन किया. 45 दिनों के दौरान लोगों से संवाद और सुझाव के आधार पर दस्तावेज तैयार किया गया. इस मौके पर मुख्य सचिव उषा शर्मा ने कहा कि प्राइमरी, तकनीकी, उच्च शिक्षा और बालिका शिक्षा पर विशेष फोकस रहेगा. क्लास को स्मार्ट क्लास कैसे बनाएं, इस पर फोकस रहेगा. मेडिकल कॉलेज के बिस्तर पर भी सरकार का जोर रहेगा.
मुख्य सचिव ने कहा कि मातृ शिशु पर किस प्रकार जोर दिया जाए इस पर भी फोकस रहेगा. भूमि से जुड़े प्रकरणों में सलरीकरण कैसे किया जाए इसे भी विज़न में शामिल किया गया. ग्रामीण और पंचायतीराज विकास को और बेहतर बनाने के विचारों को भी शामिल किया. गांव की विकास दर को बढ़ाने के सुझावों को भी प्राथमिकता दी गई. बड़ी मेहनत से सुझावों का विश्लेषण करते हुए यह विजन डाक्यूमेंट तैयार किया गया.
राजस्थान मिशन 2030 को लेकर मुख्य सचिव उषा शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि मिशन 2030 से जुड़े हर वर्ग को बधाई दी.मुख्यमंत्री का राजस्थान को 2030 तक देश में अग्रणी राज्य बनाने का जो सपना है यह मिशन इस दिशा में काम करेगा. विजन 2030 एक डॉक्यूमेंट नहीं बल्कि प्रदेशवासियों की आकांक्षाओं का विजन है. यह अंतिम दस्तावेज नहीं है. हमे लगेगा बेहतर सुझाव आ सकते तो उन्हें भी समाहित किया जाएगा. इस विजन डॉक्यूमेंट में 50 विभागों के 14 सेक्टर है.