लापरवाही या सिस्टम की लाचारी...! अभी भी दे रही जयपुर जैसे हादसों की आहट सुनाई

लापरवाही या सिस्टम की लाचारी...! अभी भी दे रही जयपुर जैसे हादसों की आहट सुनाई

चित्तौड़गढ़: लापरवाही या सिस्टम की लाचारी ! अभी भी राजस्थान में जयपुर जैसे हादसों की आहट सुनाई दे रही है. कल देर रात चित्तौड़गढ़ जिले में गैस टैंकर का टायर फट गया, अनियंत्रित हुआ गैस से भरा टैंकर डिवाइडर पर चढ़ गया और केबिन में चालक फंस गया.

चित्तौड़गढ़-उदयपुर हाईवे पर सुखवाड़ा के समीप होटल सहयोग के सामने ये घटना हुई. हादसे के बाद होटल संचालक अकरम अली ने हादसे की पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची हाईवे पेट्रोलिंग ने टैंकर की केबिन में फंसे चालक को सुरक्षित बाहर निकला.

कांडला पोर्ट से चंदेरिया प्लांट की ओर गैस से भरा टैंकर जा रहा था. मजेदार बात तो यहकि कल रात 2 बजे से हाईवे किनारे ही गैस से भरा टैंकर खड़ा था. संबंधित ट्रांसपोर्ट कंपनी से दूसरा वाहन आएगा तब हाईवे से गैस से भरा टैंकर हटाया जाएगा.

 

इस सब में बड़ा सवाल ये है कि अगर रात से समय सामने से कोई वाहन आकर टकरा गया तो क्या होगा ? क्या जयपुर जैसे हादसे से इनकार किया जा सकता है, आखिर जिम्मेदार ध्यान क्यों नहीं दे रहे ? क्या वाकई यह जिम्मेदारों की लापरवाही, या फिर यह सिस्टम की लाचारी ?