जयपुर: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में चुनावों का ऐलान होते ही राजस्थान की जनता के नाम अनुरोध करते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की है. उन्होंने कहा कि आज चुनाव की घोषणा हो चुकी है. आपके आशीर्वाद से 5 वर्ष जनसेवा का मौका मिला है. आपके सहयोग से हमने सारे काम दिल से किए हैं.
उन्होंने कहा कि बचत, राहत, बढ़त की ऐतिहासिक जनहितैषी योजनाएं लागू की. हर ढाणी तक मुस्कान बिखेरने की पूरे मन से कोशिश की. जिससे राजस्थान चार गुना रफ्तार से आगे बढ़ रहा है. अब हमारा उद्देश्य राजस्थान मिशन-2030 है. ऐसे में नंबर 1 राजस्थान के संकल्प को साकार करना है. सभी पूरे मन से राजस्थान को अव्वल बनाने में जुट जाएं.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. सबसे पहले मिजोरम में 7 नवंबर को मतदान होगा. इसके बाद मध्यप्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होगा. छत्तीसगढ़ में 2 चरणों 7 नवंबर और 17 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, 23 नवंबर को राजस्थान और 30 नवंबर को तेलंगाना में वोट डाले जाएंगे. सभी 5 राज्यों में नतीजे 3 दिसंबर को आएंगे.
बात अगर राजस्थान विधानसभा की करें तो यहां 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद काफी कुछ बदल गया है. राजस्थान में कुल वोटर्स की संख्या 5.25 करोड़ है, जिसमें से पुरुष वोटर्स 2.73 करोड़ और महिलाएं 2.51 करोड़ हैं. पहली बार वोट डालने वाले मतदाताओं की संख्या 21.9 लाख है, जबकि 80 साल से ज्यादा उम्र के 11.8 लाख मतदाता हैं.
किस राज्य में कब खत्म हो रहा है विधानसभा का कार्यकाल?
गौरतलब है कि मिजोरम विधानसभा का कार्यकाल इस साल 17 दिसंबर को खत्म हो रहा है. पूर्वोत्तर राज्य में मिजो नेशनल फ्रंट सत्ता में है. तेलंगाना, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश की विधानसभाओं का कार्यकाल अगले साल जनवरी में अलग-अलग तारीखों पर समाप्त हो रहा है. तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) का शासन है, जबकि मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकारें हैं.