जयपुर: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जल्द राजधानी के लोगों को तीन प्रोजेक्ट्स की सौगात देंगे. जेडीए के इन तीनों प्रोजेक्ट्स का काम करीब-करीब पूरा हो चुका है. जयपुर विकास प्राधिकरण की ओर से झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड, बी टू बायपास चौराहे पर अंडरपास और जवाहर सर्किल ट्रैफिक सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट का काम करीब-करीब पूरा कर लिया गया है. लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा करीब 239 करोड़ रुपए के इन तीन प्रोजेक्ट्स की राजधानी के लोगों को सौगात देंगे. जानकारों के अनुसार मार्च के प्रथम सप्ताह में इन प्रोजेक्ट का लोकार्पण किया जाएगा. आपको बताते हैं कि इन तीनों प्रोजेक्ट्स की क्या खासियत है और इनसे किस प्रकार शहरवासियों को राहत मिलेगी.
इन तीनों प्रोजेक्ट्स की क्या खासियत और इनसे किस प्रकार मिलेगी राहत:
1-झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट की खासियत
-पिछली भाजपा सरकार में जेडीए ने इस प्रोजेक्ट का काम शुरू किया गया था
-167 करोड़ रुपए लागत के इस प्रोजेक्ट का काम दिसंबर 2020 में पूरा किया जाना था
-लेकिन इस प्रोजेक्ट में करीब 642 मकान,दुकान व अन्य निर्माण अवरोध में बनकर खड़े थे
-इन निर्माणों को हटाने और इनके पुनर्वास कार्य में हुए देरी के चलते यह प्रोजेक्ट लगातार भारी लेटलतीफी का शिकार रहा है
-प्रोजेक्ट पूरा करने की कई बार डेडलाइन बदली गई
-मौजूदा रेलवे ओवरब्रिज से जोड़ते हुए ही तीन लेन चौड़ी एलिवेटेड रोड का निर्माण किया गया
-2450 मीटर लंबी यह एलिवेटेड रोड झोटवाड़ा की तरफ पंचायत भवन से शुरू होती है
-जो जयपुर शहर की तरफ अंबाबाड़ी तिराहे से आगे पेट्रोल पंप के सामने उतरती है
-इस एलिवेटेड रोड पर झोटवाड़ा से जयपुर की तरफ वाहनों का मूवमेंट रहेगा
-खातीपुरा की तरफ से जयपुर जाने वाले वाहन एलिवेटेड रोड पर सीधे जा सकेंगे
-इसके लिए प्रोजेक्ट के तहत एलिवेटेड रोड को जोड़ता हुए पुल बनाया गया है
-इन वाहनों को लता सर्किल से घूमकर आना पड़ता है
-इसके चलते सर्किल पर लगने वाले जाम के कारण भी पुराने ओवरब्रिज पर यातयात बाधित रहता है
-निवारू रोड से जयपुर जाने के लिए बने पुराने पुल को भी एलिवेटेड रोड से जोड़ा गया है
-इस तीन लेन एलिवेटेड रोड में से एक लेन चौड़ी लेग चौमूं सर्किल से पहले उतर जाएगी
-इस लेग से सीकर रोड जाने वाले वाहन सीधे जा सकेंगे
-तीन लेन चौड़े पुराने रेलवे ओवरब्रिज पर जयपुर से झोटवाड़ा की तरफ वाहनों का मूवमेंट रहेगा
-इसके लिए इस ओवरब्रिज के बीच के डिवाइडर को हटा दिया जाएगा
-एलिवेटेड रोड का काम तो पूरा हो चुका है,लेकिन इसके नीचे सर्विस रोड का काम अभी बाकी है
प्रोजेक्ट के फायदे
-शहर को झोटवाड़ा व कालवाड़ इलाके से जोड़ने वाला पुराना रेलवे ओवरब्रिज तीन लेन चौड़ा है
-इसी ओवरब्रिज पर जयपुर से झोटवाड़ा और झोटवाड़ा से जयपुर की तरफ वाहनों का आवागमन रहता था
-बीच में डिवाइडर के कारण एक तरफ एक लेन ही सड़क उपलब्ध हो पाती थी
-इसके चलते सुबह से रात तक कई बार वाहन जाम में फंसे रहते हैं
-पीक आवर्स सुबह और शाम तो इस ओवर ब्रिज को पार करने में वाहन चालकों की सांसें फूल जाती थी
-जेडीए के सर्वे के मुताबिक इस ओवरब्रिज से करीब दस लाख की आबादी लाभान्वित होगी
-इस प्रोजेक्ट से कालवाड़ व झोटवाड़ा से जयपुर जाने वालों को सीधी कनेक्टिविटी मिल जाएगी
-उन्हें चौमूं सर्किल और अंबाबाड़ी तिराहे पर लगने वाले जाम से इन वाहनों को मुक्ति मिल जाएगी
2- बी टू बायपास अंडरपास प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट की खासियत
-जयपुर शहर के बी टू बायपास चौराहे पर ट्रैफिक सिग्नल फ्री प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है
-155 करोड़ रुपए की लागत से प्रोजेक्ट की शुरूआत वर्ष 2022 जनवरी में की गई थी
-यह प्रोजेक्ट पिछले वर्ष जुलाई में पूरा किया जाना था
-प्रोजेक्ट में काम अधिक होने,समय पर आवश्यक भूमि उपलब्ध भूमि नहीं होने,
-पेयजल और सीवर की बड़ी लाइनों की शिफ्टिंग और अन्य कारणों चलते काम अधूरा है
-लेकिन निर्माणाधीन अंडरपास का काम जेडीए ने पूरा कर लिया है
-इस अंडरपास की लागत करीब तीस करोड़ रुपए है
प्रोजेक्ट के फायदे
-अंडरपास के लोकार्पण के बाद जवाहर सर्किल और मानसरोवर के बीच आवागमन सुगम हो जाएगा
-निर्माणाधीन प्रोजेक्ट के चलते जवाहर सर्किल और मानसरोवर के बीच आवागमन बाधित रहता है
-सांगानेर व दुर्गापुरा के बीच आवागमन करने वाल वाहन चालक भी डायवर्ट रूट से जाते हैं
-इसी रूट पर जवाहर सर्किल और मानसरोवर के बीच वाहन चालकों का आवागमन रहता है
-अब ये वाहन चालक अंडरपास का उपयोग करते हुए सीधे आवागमन कर सकेंगे
3- जवाहर सर्किल
प्रोजेक्ट की खासियत
-जवाहर सर्किल को ट्रैफिक सिग्नल फ्री करने और उसके सौन्दर्यन के लिए जनवरी 2022 में यह प्रोजेक्ट शुरू किया था
-जेडीए ने 42 करोड़ रुपए की लागत से यह प्रोजेक्ट शुरू किया था
-यह प्रोजेक्ट 18 महीने में पूरा किया जाना था लेकिन प्रोजेक्ट में देरी हो गई
-इस सर्किल को ट्रैफिक सिग्नल फ्री करने के लिए दो एंट्री और दो एक्जिट पाइंट बनाए गए हैं
-इन एंट्री और एक्जिट पाइंट्स से वाहन सर्किल के चारों तरफ घूम कर आवाजाही कर रहे हैं
-जेडीए की ओर से पहले से ही यहां ट्रैफिक सिग्नल लाइट हटा दी गई है
-एक मार्ग से निकलकर दूसरे मार्ग पर जाने के लिए वाहनों को रूकना नहीं पड रहा है
-टर्मिनल टू और स्टेट हैंगर जाने वाली सड़कों के बीच एक सब वे और
-दूसरा सब वे जवाहर लाल नेहरू मार्ग और जगतपुरा रोड के बीच बनाया गया है
-इन सब वे के माध्यम से जवाहर सर्किल घूमने आने वाले लोग पैदल आ जा सकेंगे
-इन लोगाें को तेजी से दौड़ते वाहनों के बीच में से होकर गुजरना नहीं पड़ेगा
-इसके अलावा जवाहर सर्किल के अंदर करीब 13 सौ मीटर लंबा सिंथेटिक पाथ वे बनाया गया है
-टर्मिनल टू को जाने वाली सड़क के सामने मॉन्यूमेंट बनाया गया है
प्रोजेक्ट के फायदे
-सर्किल के चारों तरफ बिना रूके वाहनों का आवागमन हो सकेगा
-सर्किल के बाहर स्टेट हैंगर रोड की तरफ बरसाती पानी भरने की शिकायत थी
-इसके लिए यहां ड्रेनेज सिस्टम बनाकर उसे बी टू बायपास की तरफ जोड़ा गया है
इन तीनों प्रोजेक्ट्स के लोकार्पण के बाद राजधानी की बड़ी आबादी को बड़ा फायदा मिलेगा. लाखों वाहन चालकों की राह इन प्रोजेक्ट्स के कारण सुगम होगी.