जयपुरः राजस्थान में आदर्श आचार संहिता समाप्त हो गयी है. इसके साथ ही अब सरकारी कामकाज और आम जनता से जुड़े कामकाज हो सकेंगे. शिलान्यास, लोकार्पण और उद्घाटन के काम शुरू होंगे. आचार संहिता हटने के साथ ही सरकारी मशीनरी ने भी सांस ली है.
रुके हुए प्रोजेक्ट रफ्तार पकड़ेंगे. इसके चलते शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में कई विकास कार्यों पर विपरीत असर पड़ रहा था. साथ ही सरकारी दफ्तरों में रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे थे, मगर अब चुनाव संपन्न होने के साथ ही आचार संहिता समाप्त हो गई है. इसके बाद अब सरकारी कामकाज कार्यों की गति बढ़ेगी.
इस बार लंबे दिनों के चलते कामकाज अधिक रूप से प्रभावित हो रहे थे. शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में कई विकास कार्यों पर विपरीत असर पड़ रहा था. साथ ही सरकारी दफ्तरों में रोजमर्रा के काम भी प्रभावित हो रहे थे. आचार संहिता के दिन ज्यादा होने के कारण जनता के काम रूकने की होती रही शिकायत.
बता दें कि 9 अक्टूबर से शुरू हुई आदर्श आचार संहिता 4 दिसंबर को समाप्त हो चुकी है. इस बार 56 दिनों की आचार संहिता रही. आचार संहिता लागू होने के कारण समूचा सरकारी अमला चुनावी तैयारियों में व्यस्त हो गया था. इस कारण से कई पात्र परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत लाभ प्रभावित हो गया. आचार संहिता के दौरान सरकारी कार्यालयों में भी केवल रूटीन के कामकाज प्रभावित हो रहे थे. दर्जनों विकास कार्य भूमिपूजन से आगे नहीं बढ़ पा रहे थे. अब इन कामों को गति मिलेगी.