चंडीगढ़ में उत्तर क्षेत्रीय राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन, केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन

चंडीगढ़ में उत्तर क्षेत्रीय राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन, केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन

चंडीगढ़: चंडीगढ़ में उत्तर क्षेत्रीय राज्यों के ऊर्जा मंत्रियों का सम्मेलन आयोजित किया गया. केंद्रीय विद्युत मंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में सम्मेलन आयोजित हुआ. ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने सम्मेलन में शिरकत की. सम्मेलन में ऊर्जा मंत्री नागर ने राजस्थान से जुड़े कई अहम मुद्दों को प्रमुखता से रखा. साथ ही कोयला स्रोतों से 1 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी होने बनाए गए नियम पर आग्रह किया. इसी स्थिति में पिट हैड पर ही थर्मल प्लांट लगाने की अनिवार्यता पर पुनर्विचार करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पुनर्विचार करने हुए संयुक्त उद्यम के तहत छबड़ा एवं कालीसिंध में 3200 मेगावाट के थर्मल प्लांट लगाने की अनुमति प्रदान की जाए.

राजस्थान को 5 हजार मेगावाट का अतिरिक्त बैटरी स्टोरेज आवंटन मिले. ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने सम्मेलन में महत्वपूर्ण मांग उठाई. राजस्थान में 1 हजार मेगावाट की बैटरी स्टोरेज परियोजना के अतिरिक्त 5 हजार मेगावाट की बैटरी स्टोरेज योजना के लिए केन्द्रीय सहायता प्रदान करने की भी मांग की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2030 तक के लिए लक्ष्य तय किया गया. 

90 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य है. वर्ष 2028-29 तक प्रदेश की अधिकतम मांग 26.5 गीगावाट तक पहुंचने का अनुमान है. इस अधिकतम मांग को पूरा करने के लिए 18.5 गीगावाट क्षमता के बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम की जरूरत है. इसे प्रतिवर्ष 5 हजार मेगावाट बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम क्षमता से जोड़कर प्राप्त किया जा सकता है. उन्होंने इसके लिए केंद्र से वीजीएफ समर्थन देने की मांग उठाई. ताकि प्रदेश के बैटरी एनर्जी स्टोरेज से संबंधित लक्ष्यों की पूर्ति की जा सके.