भोपाल: कांग्रेस ने अडाणी समूह पर ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की रिपोर्ट और शेयर बाजार में उससे जुड़े घटनाक्रम के मुद्दे की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराये जाने की मांग को लेकर सोमवार को मध्यप्रदेश में विरोध-प्रदर्शन किया तथा केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के इस्तीफे की मांग की.
भोपाल में कांग्रेस जिला इकाई के प्रमुख कैलाश मिश्रा के नेतृत्व में कांग्रेस नेताओं ने जीटीबी परिसर में जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के कार्यालय के सामने यह प्रदर्शन किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अडाणी समूह और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ नारे भी लगाए. मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि हम अडाणी के खिलाफ अनियमितताओं के आरोपों की जेपीसी जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. ये अनियमितताएं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के कार्यकाल में हुईं, इसलिए उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.
सभी कानूनों और नियमों का पालन किया:
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संघ (एनएसयूआई) ने प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर भी प्रदर्शन किया. मालूम हो कि अमेरिका स्थित ‘शार्ट सेलर’ हिंडनबर्ग रिसर्च ने गौतम अडाणी के अगुवाई वाले समूह पर फर्जी लेनदेन और शेयर कीमतों में हेराफेरी के आरोप लगाए थे, जिसके बाद अडाणी की कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई. हालांकि, अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा बताया और कहा कि उसने सभी कानूनों और नियमों का पालन किया है.
सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया:
मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि जेपीसी जांच और अडाणी समूह में एलआईसी द्वारा निवेश की गई लोगों की गाढ़ी कमाई को बचाने के लिए राज्य के सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन किया गया.गुप्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा नीत सरकार ने एलआईसी और भारतीय स्टेट बैंक का पैसा गौतम अडाणी के नेतृत्व वाले कारोबारी समूह में निवेश किया. उन्होंने कहा कि केंद्र ने कर्मचारियों की पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को बंद कर दिया ताकि पैसा राष्ट्रीय पेंशन योजना (एनपीएस) के माध्यम से ऐसी कंपनियों में निवेश किया जा सके. इन सब की जांच होनी चाहिए. सोर्स-भाषा