जयपुरः भारतीय राजनीति में OBC आज बड़ा और निर्णायक वर्ग बन चुका है. चुनाव लोकसभा के हो या विधानसभा के हर पार्टी की नजर इस वर्ग पर रहती है. इसी को ध्यान में रखते हुए अब कांग्रेस ने इस वर्ग को एक बार फिर से जोड़ने के लिए रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. इसी के तहत कांग्रेस ने ओबीसी विभाग की सलाहकार परिषद का गठन किया, जिसकी दो दिवसीय महत्वपूर्ण बैठक बेंगलुरू में संपन्न हुई. इस बैठक में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित करीब दो दर्जन नेता शामिल हुए और मंथन करके प्रस्ताव तैयार किए. बेंगलुरु की बैठक के बाद कांग्रेस अब 25 जुलाई को नई दिल्ली में महासम्मेलन करने जा रही है.
कांग्रेस ओबीसी विभाग की सलाहकार परिषद की दो दिवसीय बैठक में कांग्रेस आने वाली राजनीतिक चुनौतियों के मद्देनजर रणनीति तैयार कर ली है. चूंकि देश की राजनीति में ओबीसी वर्ग का बड़ा महत्व है, ऐसे में कांग्रेस का पूरा फोकस इस वर्ग को साधने पर है. दो दिवसीय इस बैठक में कई प्रस्ताव पारित किए गए.
जनगणना आयोग द्वारा राष्ट्रीय स्तर की जाति जनगणना
जनगणना में प्रत्येक व्यक्ति के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, रोजगार और
राजनीतिक पहलुओं को शामिल किया जाना चाहिए
तेलंगाना के जाति सर्वेक्षण को भी एक मॉडल के रूप में उपयोग किया जाना चाहिए
शिक्षा, सेवा, राजनीति और अन्य क्षेत्रों में ओबीसी के लिए आरक्षण पर 50% की सीमा को समाप्त करने का प्रस्ताव
संविधान के अनुच्छेद 15(4) के अनुसार निजी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का प्रस्ताव
दो दिवसीय मैराथन बैठक में तय किया गया कि पार्टी के ओबीसी नेताओं के साथ मिलकर प्रत्येक राज्य की राजधानी में जाति जनगणना सहित ओबीसी मुद्दों पर नियमित कार्यशालाएँ आयोजित करने के लिए मिलकर काम किया जाएगा. देश भर के सभी ओबीसी समुदायों तक पहुँचना और कांग्रेस की विचारधारा के अनुरूप संगठनात्मक और चुनावी, दोनों स्तरों पर नेतृत्व का निर्माण किया जाएगा. सामाजिक न्याय पर सार्वजनिक विमर्श को मज़बूत करने के लिए ओबीसी पार्टी के कार्यकर्ताओं और कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित और अभिमुखीकरण प्रदान किया जाएगा. बेंगलुरू की बैठक के बाद अब कांग्रेस ने दिल्ली में महासम्मेलन करने का फैसला किया है. पार्टी ने 25 जुलाई को दिल्ली के ताल कटोरा स्टेडियम में ओबीसी वर्ग से जुड़े नेताओं का राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है. सम्मेलन में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ओबीसी नेताओं से सीधा संवाद करेंगे. पार्टी नेताओं का कहना है कि बिहार सहित कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अपने ओबीसी नेताओं को सत्ता और संगठन में भागीदारी देकर ओबीसी मतदाताओं को अपने पाले में लाने का प्रयास कर रही है.