कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान का दूसरा चरण शुरु, जिला अध्यक्षों को दी जा रही ट्रेनिंग, देखिए खास रिपोर्ट

जयपुरः कांग्रेस जिला अध्यक्षों को सियासी ताकत देने के लिए पार्टी में संगठन सृजन अभियान जारी है. पर्यवेक्षकों के जरिए कप्तान बनाने का यह मॉडल अब तक दस राज्यों में लागू हो चुका है. अभियान का अब दूसरा चरण भी शुरु हो गया है. जिसके तहत जिला अध्यक्षों को अब ट्रेनिंग दी जा रही है. उसके बाद ब्लॉक अध्यक्षों को बदलने की भी प्रक्रिया शुरु होगी.

कांग्रेस हाईकमान का पूरा फोकस इन दिनों संगठन की मजबूती पर है, इसके लिए संगठन सृजन अभियान जारी है. अभियान के तहत नेताओं की सिफारिश के बजाय अब हाईकमान अपने स्तर पर सीधे जिला अध्यक्षों की नियुक्ति कर रहा है. राहुल गांधी खुद इस एक्सपेरीमेंट की निगरानी कर रहे है. राहुल गांधी की इस कवायद के पीछे मंशा सत्तर के दशक की तरह जिला अध्यक्षों को फिर से सियासी रुप से मजबूत बनाना है. अब तक दस राज्यों में यह प्रक्रिया लागू हो चुकी है. जल्द शेष अन्य राज्यों में भी इसे लागू किया जाएगा.

कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान का दूसरा चरण
दूसरे चरण के तहत जिला अध्यक्षों को दी जाएगी ट्रेनिंग
गुजरात औऱ मध्यप्रदेश में हो चुकी है अध्यक्षों की ट्रेनिंग
टीम सचिन राव जिला अध्यक्षों को दे रही है ट्रेनिंग के जरिए टिप्स
जिला अध्यक्षों को ट्रेनिंग वर्कशॉप में सीखाए जा रहे है लीडरशिप के गुर
संगठन संचालन,बूथ मैनेजमेंट औऱ पब्लिक से कनेक्ट होने की दी जा रही है ट्रेनिंग
राजस्थान में भी सूची आने के बाद होगी ट्रेनिंग वर्कशॉप
हर ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक दिन खुद राहुल गांधी औऱ खड़गे रहते है मौजूद
जिला अध्यक्षों की नियुक्ति के बाद ब्लॉक अध्यक्षों में होगा बदलाव

लगातार तीन लोकसभा चुनाव और कई राज्यों में हार के बाद कांग्रेस ने संगठन को फिर से नई धार देने के लिए संगठन सृजन अभियान का आगाज किया है. जिसमें संगठन में ऊपर से लेकर नीचे तक बड़े बदलाव किए गए. वहीं जिला अध्यक्षों को सियासी पावर देने का कदम उठाया गया. आपको बता दे कि सत्तर के दशक में कांग्रेस के अध्यक्ष इतने पावरफुल होते थे कि उनकी राय पर ही लोकसभा औऱ विधानसभा सहित अन्य टिकटों का चयन होता था. राहुल गांधी जिला अध्यक्षों के उसी पुराने दौर को वापस लाने के लिए यह सबकुछ कर रहे है.

बड़े नेताओं का समर्थन नहीं मिलने की आशंका के चलते अभियान के तहत यह दूसरा पार्ट लागू किया गया. यानि उनकी मजबूती के लिए उन्हें ट्रेंड कर दिया जाए. जैसे कैसे फैसले लेने है. जनता से कैसे कनेक्ट होते हुए संवाद करना है. साथ ही चुनाव जीतने के लिए भी परिपक्व किया जाएगा. अब देखते है कि राहुल गांधी का यह प्रयोग आगामी चुनावों में क्या रिजल्ट लाता है. 

कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान का दूसरा चरण शुरु
दूसरे फेज के तहत जिला अध्यक्षों को दी जा रही है ट्रेनिंग
गुजरात के बाद मध्यप्रदेश में शुरु हुआ ट्रेनिंग प्रोग्राम
इलेक्शन,बूथ मैनेमेंट,संगठन संचालन और संवाद के दिए जा रहे है टिप्स
राजस्थान में भी सूची आने के बाद होगी ट्रेनिंग वर्कशॉप
खुद राहुल गांधी औऱ खड़गे रहते है एक दिन ट्रेनिंग में मौजूद
जिला अध्यक्षों को सियासी पावर और मजबूत बनाना इसके पीछे मकसद