जयपुर: 9 जिले और 3 संभाग समाप्त करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन चलाएगी. पहले कांग्रेस खत्म करने वाले जिलो और संभाग मुख्यालयों पर बैठकों का आय़ोजन करके आंदोलन की रुपरेखा बनाएगी. फिर संघर्ष समितियों का गठन होगा. आखिर में राजधानी जयपुर में बड़ा प्रदर्शन होगा. विधानसभा में भी कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर जमकर विरोध करेगी.
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर 7 दिन का राष्ट्रीय शोक समाप्त होते ही कांग्रेस फिर से एक्टिव हो गई है. सरकार के जिले और संभाग समाप्त करने के फैसले के खिलाफ कांग्रेस सड़कों पर उतर गई है. शुरुआत सीकर में पहली बैठक आयोजित करके हो चुकी है. जल्द अन्य समाप्त करने वाले जिलों और संभाग मुख्यालयों पर कांग्रेस बैठक करते हुए आंदोलन की रणनीति का खाका तैयार करेंगे.
- समाप्त किए गए जिलों और संभाग मुख्यालयों पर कांग्रेस का प्रदर्शन
- शुरुआत में कांग्रेस पहले स्थानीय स्तर पर चलाएगी आंदोलन
- सीकर में पहली बैठक से हुई शुरुआत
- जल्द संघर्ष समितियों का किया जाएगा गठन
- व्यापार और अन्य सामाजिक संगठनों को भी साथ लेगी कांग्रेस
- तमाम जनप्रतिनिधियों को भी कांग्रेस लाएगी एक मंच पर
- पीसीसी चीफ गोविंद डोटासरा लेंगे हर जगह बैठक
- आखिर में राजधानी जयपुर में लाया जाएगा आंदोलन को
- विधानसभा के अंदर भी मजबूती से उठाएंगे आवाज
पहले कांग्रेस इस मामले को स्थानीय स्तर पर भुनाने की कोशिश करेगी. कांग्रेस जिले और संभाग समाप्त करने के मामले को एक जन आंदोलन का रुप देना चाहती है. इसके लिए स्थानीय लोग,संगठन और अन्य वर्गों का समर्थन कांग्रेस लेगी. कांग्रेस पूरे आंदोलन को एक तरह से फ्रंट में रहकर लीड करेगी. आंदोलन के तहत धऱने,रैलियां,बाजार बंद और अनशन जैसी गतिविधियां की जाएगी.
विपक्ष के तौर पर कांग्रेस को कह सकते है यह एक बैठे बिठाए अच्छा मुद्दा मिल चुका है. लिहाजा कांग्रेस इस मसले पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं चूकेगी. सीकर से आंदोलन का आगाज हो चुका है. जल्द ही अन्य 11 जगह पर भी आंदोलन की शुरुआत होगी.