जयपुर: कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 ने राजस्थान समेत देशभर में चिंता बढ़ा दी है.केन्द्रीय निर्देश को देखते हुए खुद एसीएस शुभ्रा सिंह ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली और प्रदेशभर के हालत की समीक्षा की.इस दौरान उन्होंने सभी जिलों के लिए रिवाइज्ड गाइडलाइन जारी करने के निर्देश दिए, साथ ही कहा कि ILI केस की विशेष निगरानी रखते हुए बतौर कुछ केस की जीनोम सिक्वेसिंग भी की जाए. कोरोना के बहरूपिए स्वरूप ने एकबार फिर नया रूप धारण किया है.इस बार कोरोना ने नए वेरिएंट JN.1 के रूप में दस्तक दी है.
केरल समेत अन्य राज्यों में कोरोना के नए वेरियंट के केस को लेकर केन्द्र सरकार ने सभी राज्यों को अलर्ट जारी किया है,जिसके चलते राजस्थान का चिकित्सा विभाग भी हरकत में है.किसी भी आपात स्थित से निपटने के लिए जिला लेवल से लेकर मुख्यालय स्तर पर जरूरी संसाधनों के लिए कवायद शुरू कर दी गई है.इस पूरे मामले को लेकर आज खुद एसीएस शुभ्रा सिंह ने विभागीय अधिकारियों की बैठक ली.इस दौरान उन्होंने जिलेवार स्थिति की समीक्षा की.हालांकि, सिंह ने कहा कि राजस्थान में अभी तक कोई केस नहीं मिला है, लेकिन फिर भी पुराने अनुभवों को देखते हुए सभी अधिकारियों को सावचेत रहने के निर्देश दिए गए है.प्रदेशभर में ऐतियातन रिवाइज्ड गाइडलाइन जारी की जा रही है.
कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर केन्द्र चिंतित:
-केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया कल लेंगे वीसी
-सभी राज्यों के चिकित्सा मंत्री, एसीएस, प्रमुख सचिव, सचिव रहेंगे वीसी में मौजूद
-राजस्थान से ACS मेडिकल शुभ्रा सिंह समेत अन्य चिकित्सा अधिकारी होंगे कनेक्ट
-हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर व कोरोना की रोकथाम के लिए जारी प्रयासों के बारे में देंगे रिपोर्ट
-इससे पहले कल स्वास्थ्य सचिव ने सभी राज्यों के लिए जारी की है एडवाइजरी
-केरल में सामने आए केस का जिक्र करते हुए एडवाइजरी में दिए गए निर्देश
-सांस संबंधी बीमारियों से निपटने के लिए प्रारंभिक उपायों की सक्रिय रूप से समीक्षा के निर्देश
-इसमें बिस्तरों की उपलब्धता, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाओं और टीकों, मेडिकल ऑक्सीजन,
एंटीबायोटिक्स, निजी सुरक्षा उपकरण, टेस्ट किट, ऑक्सीजन प्लांट और वेंटिलेटर की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश
-जिलों से लेकर मुख्यालय तक जांच सैंपलों की पुख्ता मॉनिटरिंग के निर्देश
देश में कोविड की सक्रियता के चलते सभी राज्यों में सर्विलांस बढ़ाई गई है.जहां तक नए वेरिएंट JN.1 की बात है तो चिकित्सकों के मुताबिक पैनिक करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है.यह सामान्य वैरिएंट है.यह खतरनाक नहीं है, लेकिन जिस तरह के पुराने अनुभव रहे है, उसको देखते हुए कभी भी सामान्य वेरियंट चिंताजनक बन सकता है.ऐसे में ऐतियातन सावधानी काफी जरूरी है.इस पूरे मामले में निदेशक जन स्वास्थ्य डॉक्टर रवि प्रकाश माथुर का कहना है कि केन्द्र सरकार के अलर्ट के बाद अब प्रदेश में भी निगरानी बढा दी गई हैं.
चिकित्सकों के मुताबिक JN.1 म्यूटेंट भारत में तीसरी लहर में आए ओमिक्रोन वायरस फैमिली से बताया जा रहा हैं. हालांकि,ओमिक्रोन वेरिएंट से काफी संख्या में लोगों के संक्रमित होने और वैक्सीनेशन के बाद लोगों में हार्ड इम्यूनिटी डवलप होने के चलते फिलहाल चिंता जैसी स्थिति नहीं है, लेकिन वेरियंट के नए रूप पर मॉनिटरिंग काफी जरूरी है.इसी वजह से प्रदेशभर में जीनोम सिक्वेसिंग पर फोकस शुरू कर दिया गया है.