Uttar Pradesh: सवा लाख रुपये का इनामी बदमाश मुठभेड़ में मारा गया

कौशांबी/लखनऊ: कौशांबी जिले के मंझनपुर क्षेत्र में सवा लाख रुपये के इनामी बदमाश की मंगलवार को सुबह राज्य पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) से हुई मुठभेड़ में गोली लगने से मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में मारा गया अंतर-जनपदीय बदमाश गुफरान प्रतापगढ़ का निवासी था. आज सुबह जिले के मंझनपुर थाना क्षेत्र के समदा गांव के पास एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में वह घायल हो गया. उसे जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई.

उन्होंने बताया कि मारे गये बदमाश पर प्रतापगढ़ जिले में हत्या, हत्या के प्रयास और लूट समेत जघन्य आरोपों के कुल 13 मुकदमे दर्ज थे. उस पर एक लाख 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था. लखनऊ में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज क्षेत्रीय अपर पुलिस महानिदेशक ने उस पर एक लाख रुपये और सुल्तानपुर पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था. एसटीएफ ने मई में हत्या के 18 मामलों के आरोपी कथित गैंगस्टर अनिल दुजाना को मेरठ के एक गांव में मुठभेड़ में मार गिराया था. हाल ही में जमानत पर जेल से रिहा हुआ दुजाना अपनी आपराधिक गतिविधियों से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में लोगों को आतंकित करने के लिए जाना जाता था. दुजाना राज्य में शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण के मतदान के दिन मुठभेड़ में मारा गया था.

उत्तर प्रदेश पुलिस ने अप्रैल में दावा किया था कि योगी आदित्यनाथ की सरकार के छह वर्षों में उत्तर प्रदेश में पुलिस मुठभेड़ों में मारे गए कथित अपराधियों की संख्या बढ़कर 183 हो गई है, जिसमें झांसी में गैंगस्टर-राजनेता अतीक अहमद के बेटे असद और उसके सहयोगी भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, मार्च 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद से राज्य में पुलिस से मुठभेड़ की 10,900 से अधिक वारदात हो चुकी हैं. विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, "20 मार्च, 2017 से राज्य में पुलिस मुठभेड़ों में 183 अपराधी मारे गए हैं. इन मुठभेड़ों में 23,300 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया और 5,046 घायल हुए." आंकड़ों से पता चलता है कि अपराधियों के साथ मुठभेड़ में 13 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं तथा 1,443 घायल हुए हैं.

मार्च 2017 से मुठभेड़ों में मारे गए 13 पुलिसकर्मियों में से आठ पर कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे के सहयोगियों ने कानपुर जिले के एक गांव की एक संकरी गली में घात लगाकर हमला किया था. दुबे एसटीएफ के साथ हुई मुठभेड़ में उस वक्त मारा गया था जब उसने मध्य प्रदेश के उज्जैन से उत्तर प्रदेश लाए जाने के दौरान भागने की कोशिश की. पुलिस ने दावा किया था कि रास्ते में दुबे का वाहन पलट गया था और उसने एक पुलिसकर्मी की बंदूक छीन ली थी. सोर्स- भाषा