VIDEO: राजस्थान में कोरोना के नये वेरिएंट का खतरा ! जयपुर के एक मरीज में मिला ओमिक्रोन XBB.1.5 वेरिएंट

जयपुर: राजस्थान में अब कोरोना के नए वेरिएंट की एंट्री हो गई है.प्रदेश की राजधानी जयपुर में अमरीका से लौटे एक युवक में ओमिक्रोन का सबसे खतरनाक सब वेरिएंट में से एक XBB.1.5 मिला है. नए वेरिएंट के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने युवक की कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग शुरु कर दी है. प्रदेश की राजधानी जयपुर में 21 साल के युवक में अमेरिकन वेरिएंट मिला है. युवक के सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद नए वेरिएंट XBB.1.5 की पुष्टी हुई है.

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट अनुसार 21 साल का युवक 19 दिसंबर को यूएसए से जयपुर पाया था. 22 दिसंबर को युवक को बुखार आने पर कोरोना टेस्ट कराया गया. जिसकी 23 दिसंबर को कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद युवक के सैम्पल कि जीनोम सिक्वेंसिंग कराई गई तो उसकी आज आई रिपोर्ट में नया वेरिएंट मिला है.

मरीज ओके, लेकिन वेरिएंट से बढ़ाई चिंता:
-राजस्थान में कोरोना के नए वेरिएंट के खतरे से जुड़ी खबर
-जयपुर के एक मरीज में मिला ओमिक्रोन XBB.1.5 वेरिएंट
-19 दिसम्बर को USA से जयपुर आया था पीडित मरीज
-22 दिसम्बर को मरीज़ को आया था बुखार
-23 दिसम्बर को कोरोना रिपोर्ट आई थी पॉजिटिव
-जिसके बाद सैंपल की कराई गई जीनोम सीक्वेंसिंग
-जीनोम सीक्वेंसिंग में XBB.1.5 वेरिएंट की पुष्टि
-सूचना मिलने पर चिकित्सा विभाग भी हुआ अलर्ट
-परिजनों व सम्पर्क के लोगों की कराई जा रही स्क्रीनिंग
-हालांकि, अभी मरीज की हालत बताई जा रही ठीक

राजधानी में कोरोना का नया वेरिएंट मिलने के साथ ही एक बार फिर से दहशत फैल गई है. हालांकि फिलहाल युवक की स्थिति ठीक बताई जा रही है. लेकिन युवक की जीनोम सिक्वेंसिंग की रिपोर्ट आने के बाद ही सीएमएचओ जयपुर की टीम ने युवक की कॉन्टैक्ट ट्रैसिंग करने के साथ ही परिजनों की स्क्रिनिंग शुरु कर दी है. जयपुर सीएमएचओ डॉ.विजय़ सिंह ने बताया कि मरीज के परिजनों की स्क्रिनिंग कराई जा रही है. सभी के कोरोना टेस्ट के साथ ही सैम्पल की जीनोम सिक्वेंसिंग भी कराई जाएगी.

कोरोना का जो नया वेरिएंट चिन्हित किया गया है, वो पूर्व के वेरिएंट के मुकाबले 104 गुना खतरनाक है.चिकित्सकों के मुताबिक ये हमारे शरीर में वैक्सीनेशन और नेचुरल तरीके से बनी एंटी बॉडीज को बायपास करके संक्रमित करता है.ऐसे में एकबार फिर जरूरी हो गया है कि कोरोना के स्प्रेड को रोकने के लिए सबसे प्रभावी मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से किया जाए.चिकित्सक खुद मानते है कि यदि लोग जागरूक रहेंगे और मास्किंग, सोश्यल डिस्टेंसिंग व कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर को अपनाएंगे तो कोरोना के नए खतरे को भी रोका जा सकेगा.