मुंबई: भगोड़े माफिया सरगना दाऊद इब्राहिम के भांजे ने राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण (एनआईए) को बताया कि दाऊद की दूसरी पत्नी भी है, जो पाकिस्तानी है और उसने अपनी पहली पत्नी को तलाक देने के बारे में झूठ बोला था.
एनआईए भारत में आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल एक आपराधिक गिरोह और वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े एक मामले की जांच कर रही है. दाऊद की बहन हसीना पारकर के बेटे अली शाह पारकर का बयान इस मामले में एनआईए द्वारा पिछले साल नवंबर में दायर आरोपपत्र का हिस्सा है.
आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा:
यह मामला एक वैश्विक आतंकवादी नेटवर्क और अंतरराष्ट्रीय संगठित आपराधिक गिरोह (डी-कंपनी) से संबंधित है. इस गिरोह के बारे में दावा किया गया है कि यह भारत में विभिन्न आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है. अली शाह पारकर ने अपने बयान में कहा कि दाऊद इब्राहिम कास्कर की पत्नी का नाम महजबीन है और उसकी तीन बेटियां माहरुख (जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से शादी), महरीन (विवाहित) और माजिया (अविवाहित) एवं एक बेटा मोहिन नवाज (विवाहित) है. यह बयान हाल ही में उपलब्ध कराया गया था.
बाबा दरगाह के पीछे एक रक्षा क्षेत्र में रहता है:
पारकर ने कहा कि दाऊद इब्राहिम की दूसरी पत्नी है, वह पाकिस्तानी पठान है.उसने यह भी कहा कि दाऊद इब्राहिम जताता है कि उसने अपनी पहली पत्नी को तलाक दे दिया है, लेकिन सच्चाई यह नहीं है. उसने कहा कि दाऊद इब्राहिम अपने परिवार के साथ पाकिस्तान के कराची में अब्दुल्ला गाजी बाबा दरगाह के पीछे एक रक्षा क्षेत्र में रहता है. एनआईए के आरोप पत्र में कहा गया है कि इब्राहिम ने भारत में 'डी-कंपनी' की आतंकवादी गतिविधियों में मदद देने के मामले में गिरफ्तार आरोपियों को हवाला चैनलों के माध्यम से "बड़ी रकम" भेजी थी. ये गतिविधियां लोगों में डर पैदा करने के लिए मुंबई और भारत के अन्य हिस्सों में आतंकवादी हमले करने से संबंधित थीं.
सलीम कुरैशी के नाम भी आरोप पत्र में शामिल:
जांच एजेंसी ने दावा किया कि डी-कंपनी ने नेताओं और व्यापारियों सहित मशहूर हस्तियों पर हमला कर भारत के लोगों में आतंक फैलाने के लिए एक विशेष इकाई की स्थापना की है.
आरोप पत्र में इब्राहिम और उसके करीबी छोटा शकील को वांछित अभियुक्त बताया गया है. तीन अन्य लोगों- आरिफ अबुबकर शेख, शब्बीर अबुबकर शेख और मोहम्मद सलीम कुरैशी के नाम भी आरोप पत्र में शामिल किए गए हैं. यह सभी मुंबई निवासी हैं और मामले में गिरफ्तार किए जा चुके हैं. सोर्स-भाषा