नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. दिल्ली में यमुना के जलस्तर ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हथनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद यमुना नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है. यमुना का जलस्तर 208 मीटर को पार कर चुका है. राजधानी दिल्ली में यमुना के बढ़े जलस्तर की वजह से निचले इलाकों में पानी भर गया है. दिल्ली में कुछ सड़कों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है.
अगर यमुना नदी में जलस्तर और बढ़ता है तो दिल्ली के लिए भारी संकट हो सकता है. यमुना का पानी घुसने से दिल्ली के 3 वाटर प्लांट को बंद कर दिया गया है. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के सभी विधायकों, काउंसलर्स और लोगों से राहत शिविरों में जाने और संभव सहायता करने की अपील की है. यमुना के बढ़ते जल स्तर के कारण एहतियात के तौर पर नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से ट्रेनें 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं. अन्य सभी गलियारों पर सेवाएं सामान्य हैं.
लाल किले के पीछे के एरिया में पानी घुस गया:
तेजी से सड़कों की तरफ आ रहे पानी की वजह से कई रास्ते बंद कर दिए गए हैं. ऐसे में स्थिति को सामान्य बनाने की कोशिश में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है. कश्मीरी गेट बस अड्डा भी खतरे में है. राजघाट, ITO, पुराना किले के इलाके पानी-पानी हो गए हैं. लाल किले के पीछे के एरिया में पानी घुस गया है. यमुना खतरे का निशान 3 मीटर से ज्यादा ऊपर बह रही है. 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ यमुना का जलस्तर लगातार रफ्तार पकड़ रहा है. अब तक लगभग 20,000 लोगों को उनके घरों से सुरक्षित ठिकनों पर पहुंचाया जा चुका है. टेंट में लोगों को रहने की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने निर्देश दिया है कि जरूरत पड़ने पर राजधानी के सरकारी स्कूलों को स्थाई आवास केंद्रों में तब्दील किया जा सकता है.