नई दिल्लीः राजस्थान में जहां एक ओर मानसून खत्म होने की कगार पर है तो वहीं दूसरी ओर मौसमी बीमारी डेंगू के केस लगातार बढ़ते जा रहे है. जिसके चलते रोज करीब 100 केस डिटेक्ट किये जा रहे है. जिसमे सबसे ज्यादा रफ्तार कोटा जिले में दर्ज की गयी. ऐसे में अभी तक पूरे प्रदेश में बीते 5 दिनों में 2 मरीजों की मौत हो चुकी है. राज्य में दौसा और कोटा ऐसे जिले हैं, जहां पिछले सप्ताह डेंगू से पीड़ित एक-एक मरीजों की मौत हुई है
बीमारी के भयावह प्रकोप को देखते हुए हेल्थ डिपार्टमेंट ने विशेष राज्य स्तरीय टीमें डेंगू प्रभावित जिलों में भिजवाकर वहां आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए है. राजस्थान में अब तक कुल 3100 से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके है. जिसमें सबसे ज्यादा जयपुर और कोटा प्रभावित है. जयपुर में अभी तक कुल 600 से अधिक तो कोटा में 400 से अधिक मरीज डिटक्केट हो चुके है. जबकि 6 लोगों की मौत हो चुकी है.
कोटा में रफ्तार नॉन स्टॉपः
कोटा में पिछले एक महीने में डेंगू के केस करीब 10 गुना बढ़े हैं. 4 अगस्त तक यहां डेंगू के केवल 46 केस थे, जो अब बढ़कर 435 से ज्यादा हो गए. इसी तरह बीकानेर में भी एक महीने पहले तक डेंगू के केवल 15 ही केस डिटेक्ट हुए थे, जो अब 5 गुना तक बढ़कर 75 हो गए.
वहीं अगर पिछले सप्ताह की बात करें तो इसमें राजस्थान का दौसा और कोटा शामिल है जहां 1-1 मरीज की मौत हुई है. हालांकि बीमारी के प्रकोप को देखते हुए बाड़मेर, कोटा, पाली, श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ समेत अन्य जिलों में बढ़ते केसेज को देखते हुए इन हाई रिस्क जिलों में इन बीमारियों को कंट्रोल करने के लिए स्पेशल टीमें भेजी गयी है. वहीं इन जिलों के कलेक्टर्स को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने एरिया में नगर निगम, नगर परिषद और पालिका के सहयोग से मच्छर वाले इलाकों में फॉगिंग करवाएं.