राजस्थान के कई जिलों में छाया घना कोहरा, घने कोहरे और दिन में गलन ने छुड़ाई धूजणी, बढ़ती सर्दी की वजह से जयपुर में अब इस तारीख तक बंद रहेंगे स्कूल

जयपुर: राजस्थान में आज भी कई जिलों में घना कोहरा छाया हुआ है. तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. ठंड की वजह से सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. गुलाबी नगरी समेत प्रदेश आज भी कोहरे की आगोश में है. अल सुबह राजधानी में कोहरे के कारण दृश्यता कम हुई. घने कोहरे और दिन में गलन ने धूजणी छुड़ाई. मौसम विभाग ने अगले दो दिन के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. घने कोहरे और शीतलहर का रेड अलर्ट जारी किया. कल भी कंपकंपाने वाली सर्दी ने जनजीवन बुरी तरह प्रभावित किया. पूरे दिन ठंडी हवाओं के कारण लोगों का घरों से निकलना दूभर हुआ. सूर्यदेव के दर्शन नहीं होने से भी सर्दी ने लोगों को सताया. 

जयपुर में स्कूलों में 15 जनवरी तक अवकाश:
नए साल की शुरुआत के साथ ही राजधानी जयपुर समेत पूरे राजस्थान में गिरते तापमान, सर्दी का प्रकोप और शीतलहर को देखते हुए जयपुर में स्कूलों की विंटर वैकेशन यानी सर्दियों की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं. पहले 25 दिसंबर से 5 जनवरी तक अवकाश था लेकिन अब इसको बढ़ा कर 13 जनवरी तक कर दिया गया है. उधर, 14 व 15 जनवरी को जिला कलक्टर ने मकर संक्रांति की छुट्टी घोषित कर रखी है. अब जिले के सभी सरकारी और गैर सरकारी स्कूलों में 15 जनवरी तक अवकाश रहेगा.  

वहीं बात करें डीडवाना की:

तो जिलेभर में आज फिर घना कोहरा छाया हुआ है. घने कोहरे के साथ चल रही हवाओं से शीतलहर का प्रकोप भी जारी है. शीतलहर से आम जनजीवन  प्रभावित हो रहा है. कड़ाके की ठंड से बचाव के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे है.मेगा हाइवे पर कोहरे की वजह से दस से पंद्रह फीट से कम विजिबिलिटी है. कम विजिबिलिटी के कारण वाहन चालकों को परेशानी हो रही है. कृषि के लिहाज से लगातार छा रहा कोहरा, कुछ फसलों के लिए फायदेमंद है. कुछ छोटी और पत्तेदार फसलों को पाले से नुकसान हो सकता है.

अब बात करते है झालावाड़ की:

तो झालावाड़ जिले में हाड़ कंपा देने वाली सर्दी का दौर जारी है. देर रात्रि से छाया घना कोहरा का दौर जारी है. तापमान में लगातार गिरावट है. शहरी और ग्रामीण इलाको में कोहरे सर्दी का डबल अटैक है. अलसुबह से ही बारिश की बूंदों में मुश्किलें बढाई. ठंडी हवाओं ने लोगो को घरों में कैद किया है.

लेकसिटी घने कोहरे की चपेट में:

लेकसिटी में नए साल के साथ ही सर्दी अपने रूबाब पर है. धुंध के साथ बढ़ी ठंड ने दिन व रात के तापमान को 4 डिग्री से अधिक नीचे ला दिया है. सोमवार की रात इस सीजन की ठंडी रात के साथ ही मंगलवार का दिन सबसे ठंडा रिकॉर्ड किया गया था. आज की अगर बात करे तो लेकसिटी घने कोहरे की चपेट में है. शहर से लेकर गांवो तक घना कोहरा छाया हुआ है. इधर, घने कोहरे व खराब मौसम के चलते ट्राफिक भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है. उदयपुर से गुजरने वाले नेशनल हाइवे उदयपुर अहमदाबाद मार्ग ,उदयपुर पिंडवाड़ा मार्ग,उदयपुर झाड़ोल मार्ग व उदयपुर बांसवाड़ा मेगा हाइवे पर वाहनों की रफ्तार को ब्रेक लगा है. यहां धीम गति से वाहन चल रहे है. उदयपुर अहमदाबाद रेल मार्ग की अगर बात करें तो यहां इंदौर -असारवा वीरभूमि एक्सप्रेस तकरीबन एक घण्टा देरी से अहमदाबाद की तरफ गई जबकि जयपुर असरावा सुपरफास्ट भी तकरीबन पौन घण्टे देरी से गई है. तापमान की बात करे तो अधिकतम तापमान 20 डिग्री के आसपास के जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है दिन में धूजणी का क्रम यथावत बना हुआ है वहीं रात के तापमान में  गिरावट दर्ज की है जो 10 डिग्री के आसपास बना हुआ है. पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने के साथ ही आने वाली 7 या 8 को उदयपुर में हल्की बारिश होने की संभावना है. 

प्रतापगढ़ में कोहरे की वजह से आम जनजीवन प्रभावित:
प्रतापगढ़ जिले में लगातार छठे दिन कोहरे के कारण आम जनजीवन प्रभावित हुआ है साथ ही शीतलहर के कारण लोग घरों में भी दुबकने को मजबूर है. कोहरे और शीतलहर के कारण लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल चुकी है. राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर विजिबिलिटी कम होने के कारण वाहनों की रफ्तार पर भी असर पड़ा है. वाहन चालको को फोग लाइट का सहारा लेना पड़ रहा है.  जिले में लगातार शीतलहर और कोहरे के कारण लोगों की दिनचर्या बदल गई है. जिन लोगों के दिन की शुरुआत सुबह 6 बजे से हो जाती है वह 9 बजे तक अपने घरों में दुबकने को मजबूर है.

तापमान में गिरावट के कारण लोग सर्दी से बचाव के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं. कोहरे के करण विजिबिलिटी 15 से 20 मीटर है. राष्ट्रीय राजमार्ग 56 पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार फिर भी इसका असर दिखाई दे रहा है, वाहनों की रफ्तार यहां काफी धीमी है. वाहन चालकों को फोग लाइट का सहारा लेना पड़ रहा है. मौसम विभाग की ओर से भी आगामी तीन दिनों में शीतलहर और कोहरे का प्रभाव रहने की चेतावनी दी गई है. कोहरे के कारण किसानों की चिंताएं भी बढ़ गई है .कृषि विभाग की ओर से पाला पड़ने की आशंका को देखते हुए फसलों को बचाने के लिए खेत के आसपास धुआं करने और दवाइयों के छिड़काव की अपील की गई है.