27 अप्रैल को मेष राशि में उदय होंगे देवगुरु बृहस्पति, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत; नौकरी-बिजनेस में तरक्की संभव

27 अप्रैल को मेष राशि में उदय होंगे देवगुरु बृहस्पति, इन राशियों की चमक जाएगी किस्मत; नौकरी-बिजनेस में तरक्की संभव

जयपुर: ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक जब भी कोई ग्रह राशि परिवर्तन या उदय होता है, तो इसका सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है. वैदिक ज्योतिष में प्रमुख ग्रह बृहस्पति 27 अप्रैल 2023 को तड़के 02:07 बजे मेष राशि में उदित होने वाला है. यदि गुरु अपनी स्वराशि धनु और मीन में स्थित है तो यह अत्यधिक कुशल परिणाम देगा. कोई भी ग्रह तब अस्त होता है जब वो सूर्य के बहुत  निकट आ जाता है. वहीं जब वह भ्रमण करता हुआ दूर चला जाता है. मतलब सूर्य से दूर चला जाता है, तो वह उदित हो जाता है. इसलिए गुरु के उदय होने का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा लेकिन कुछ राशियां ऐसीं हैं जिन्हें विशेष व्यापार और करियर में विशेष धनलाभ लाभ हो सकता है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि गुरु ग्रह  27 अप्रैल को उदय होंगे. देवगुरु बृहस्पति के उदित और अस्त का सभी राशियों पर प्रभाव पड़ता है. गुरु को ज्ञान, संतान, भाई, शिक्षा, विवाह, धन, संपत्ति आदि का कारक माना गया है. भगवान बृहस्पति को देवताओं का गुरु माना जाता है, जो किसी भी व्यक्ति को ज्ञान और सौभाग्य का वरदान देते हैं. यदि किसी व्यक्ति पर गुरुदेव की कृपा हो तो उसके जीवन में किसी भी चीज की कमी नहीं होती है. जिस व्यक्ति का गुरु मजबूत होता है वह सभी अच्छे गुणों, भाग्य आदि से युक्त होता है. यदि गुरु अपनी उच्च राशि कर्क राशि में स्थित है, तो ऐसे स्थान वाले जातक किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त कर सकते हैं. ऐसे जातकों को समाज में अत्यधिक प्रभावशाली व्यक्तियों के साथ जुड़ने का उच्च अवसर भी मिल सकता है. गुरु ग्रह मेष राशि में 22 अप्रैल को अस्त अवस्था में ही प्रवेश करेंगे और 27 अप्रैल 2023 को उदय अवस्था में आ जाएंगे. ज्योतिष में बृहस्पति देव को  गुरु के रूप में जाना जाता है और एक आध्यात्मिक ग्रह होने के कारण, सभी दिव्य गुणों से युक्त है. 

ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने बताया कि देवगुरु बृहस्पति का विशेष गुण जातक के जीवन में सम्पूर्ण विकास, दोषहीनता और जीवन विस्तार का सूचक है. देवगुरु बृहस्पति धर्म, ज्ञान, दर्शन, घरेलू जीवन और संतान से संबंधित विषयों के संतुलन का प्रतिनिधित्व करते हैं. देवगुरु बृहस्पति का मुख्य क्षेत्र शिक्षा और ज्ञान के प्रसार से भी संबंधित होता है. जिन जातको की कुंडली में देवगुरु बृहस्पति उच्च भाव के होते है, उनके जीवन में देवगुरु बृहस्पति के आशीर्वाद से सभी प्रकार की शुभ प्रगति होती है और जातक के जीवन में सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है. देवगुरु बृहस्पति जातक की आत्मिक शक्ति ,आध्यात्मिक शक्ति और विवेक भी प्रदान करते हैं .

असर:
भविष्यवक्ता डा. अनीष व्यास ने बताया कि देवगुरु बृहस्पति के उदय का असर शिक्षा और रोजगार के लिए अच्छा रहेगा. साथ ही राजनीति से जुड़े लोगों के लिए भी अच्छा समय रहेगा. धर्म से जुड़े राजनेताओं का प्रभाव और बढ़ेगा. मंहगाई घटेगी एवं करों का बोझ कम होगा. देश में रोगों की कमी होगी. जमीन, मकान सस्ते होंगे. राजनीति से जुड़े कुछ लोगों को जनता का सहयोग मिल सकता है. बुद्धि और ज्ञान बढ़ेगा. कुछ नया सीखने को मिलेगा. सेहत संबंधी परेशानियां भी कम हो सकती है. जॉब-बिजनेस और अन्य कई मामलों में निष्पक्ष फैसले भी होने के योग बन रहे हैं. इसके अलावा राजनीति में उथल-पुथल हो सकती है. आर्थिक स्थितियों में भी अनचाहे बदलाव हो सकते हैं.

गुरू के उपाय:
कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि देवगुरु बृहस्पति को प्रसन्न करने के लिए प्रतिदिन ॐ भगवते वासुदेवाय नमः मंत्र का एक माला जाप करें. साथ ही भगवान विष्णु को संभव हो तो पीले रंग के फल का भोग लगाकर प्रसाद के रूप में बांटें. देवगुरु को प्रसन्न करने के लिए बृहस्पतिवार के दिन दाल, हल्दी, पीले वस्त्र, बेसन के लड्डू  आदि किसी योग्य ब्राह्मण को दान करें और केले के वृक्ष पर जल चढ़ाएं. इसके लिए शिवलिंग पर चने की दाल और पीले फूल चढ़ाएं. बेसन के लड्डू का भोग लगाएं. गुरु ग्रह के मंत्र ऊँ बृं बृहस्पतये नमः का जाप कम से कम 108 बार करना चाहिए. किसी गौशाला में हरी घास दान करें. प्रतिदिन भगवान श्री विष्णु की आराधना के बाद हल्दी और चंदन का तिलक करें. हं हनुमते नमः, ऊॅ नमः शिवाय, हं पवननंदनाय स्वाहा का जाप करें. ईश्वर की आराधना संपूर्ण दोषों को नष्ट एवं दूर करती है. श्री राम भक्त संकट मोचन हनुमान जी आप सबकी रक्षा करें.

भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास बता रहे है गुरु ग्रह के उदय का सभी राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा...

मेष: इनकम सोर्स बढ़ेंगे. संतान सुख मिलेगा. प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के योग हैं.

वृष: कामकाज बढ़ेगा. नौकरी और बिजनेस में तरक्की के योग हैं.

मिथुन: पूजा-पाठ और धर्म-कर्म में दिलचस्पी बढ़ेगी. मान-सम्मान भी बढ़ेगा.

कर्क: शिक्षा और सेहत के नजरिये से समय ठीक नहीं रहेगा. सावधान रहना होगा.

सिंह: भागीदारी से फायदा मिलेगा. दांपत्य सुख बढ़ेगा. घर में मांगलिक उत्सव भी होगा.

कन्या: मेहनत का फायदा मिलेगा. यात्राएं या स्थान परिवर्तन होने के भी योग बनेंगे.

तुला: शिक्षा बढ़ेगी. संतान सुख मिलेगा. रुके काम पूरे होंगे.

वृश्चिक: समय ठीक नहीं रहेगा. अधिकारियों से अनबन हो सकती है.

धनु: प्रियजन से सहयोग मिलेगा. लंबी यात्रा या स्थान परिवर्तन के योग बनेंगे.

मकर: कोष बढ़ेगा. बुद्धि और वाणी के दम पर लक्ष्य पा लेंगे.

कुंभ: धर्म या न्याय क्षेत्र से जुड़े लोगों से फायदा मिलने के योग बनेंगे. मानसिक चिंता रहेगी.

मीन: शुभ कामों में खर्चा बढ़ेगा. शिक्षा और सेहत के नजरिये से समय अनुकूल नहीं कहा जा सकता है.