सैपऊ (धौलपुर): सैपऊ क्षेत्र में राष्ट्रीय पक्षी मोर की लगातार मौतों की दुखद खबर सामने आ रही है. 2 दिन में 8 मोरों की मौत हो चुकी है तो वही करीब आधा दर्जन यह राष्ट्रीय पक्षी घायल हालत में तड़प रहे हैं. विक्रम पुरा गांव की यह पूरी घटना है जहां राष्ट्रीय पक्षी से जुड़ी घटना की गंभीरता को देखते हुए सीओ विजय कुमार सहित थाना अधिकारी सहीराम यादव तो मौके पर पहुंच गए लेकिन विभाग की ओर से कोई भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचने से लोगों में खासा आक्रोश देखा गया.
एकजुट हुए ग्रामीणों ने घटना को लेकर काफी नाराजगी जताई तथा जिम्मेदारों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय पक्षियों की मौतों को लेकर ना तो प्रशासन के अधिकारी ही गंभीर हैं और ना ही वन विभाग के अधिकारी कोई कदम उठा रहे हैं. फिलहाल अनेकों पक्षी घायल हालत में तड़प रहे हैं जिनके लिए विशेष उपचार का कोई भी प्रबंध नहीं किया गया है. वन विभाग के कर्मचारी 1 दिन पूर्व घायल हुई दो मोरों को उपचार कराने के लिए लेकर आए थे लेकिन यह कर्मचारी घायल पक्षीयो को हॉस्पिटल में पहुंचाने की बजाय रात्रि को वन विभाग नाका के कमरे में बंद कर चले गए. जिसके चलते उनकी भी मौत हो गई.
8 पक्षियों की मौत के बाद भी गंभीरता से नहीं लिया:
मृत पक्षियों के सब का दूसरे दिन दोपहर तक पोस्टमार्टम भी नहीं किया गया. कहने को तो यह राष्ट्रीय पक्षी है लेकिन लगातार दो दिन में हुई 8 पक्षियों की मौत के बाद भी प्रशासन के अधिकारियों ने गंभीरता से नहीं लिया. वहीं पूरे मामले को लेकर डॉ मुकेश त्यागी ने कहा कि वह मृत पक्षियों के पोस्टमार्टम की कार्रवाई में जुटे हुए हैं रिपोर्ट आने के बाद पक्षियों की मौत के कारणों का खुलासा हो सकेगा. वहीं घायल पक्षियों के उपचार के लिए भी वह लगातार प्रयास कर रहे हैं.