दावोस: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा है कि डिजिटलीकरण से भारत में स्वास्थ्य सेवा और चिकित्सा शिक्षा या मेडिकल की पढ़ाई के क्षेत्रों को बड़ा प्रोत्साहन मिल रहा है. साथ ही इसने भ्रष्टाचार के खिलाफ सुरक्षा कवच भी दिया है.
यहां विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) की वार्षिक बैठक-2023 के मौके पर भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) और परामर्शक कंपनी ईवाई द्वारा आयोजित सत्र को संबोधित करते हुए मंत्री ने कहा कि भारतीय नागरिकों के मेडिकल रिकॉर्ड को डिजिटल करने से उनके ब्योरे के चोरी होने का कोई खतरा नहीं है.
चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में बड़ी मदद मिल रही:
उन्होंने कहा कि मरीजों के रिकॉर्ड पर उनकी सहमति से एकल इस्तेमाल के ओटीपी के जरिये ही पहुंचा जा सकता है. मरीज के रिकॉर्ड को न तो स्थानीय स्तर पर भंडारित किया जा सकता है न ही अस्पताल, चिकित्सक या प्रयोगशालाओं की उस तक पहुंच हो सकती है. मांडविया ने यह भी कहा कि सभी कॉलेजों और संस्थानों को राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद से जोड़ने के साथ ही प्रौद्योगिकी और कृत्रिम मेधा (एआई) से चिकित्सा शिक्षा क्षेत्र में बड़ी मदद मिल रही है. सोर्स-भाषा