न्यूकैसल: दुनियाभर में छात्रों में कोविड-19 महामारी के कारण सीखने की क्षमता में कमी आयी लेकिन ऑस्ट्रेलियाई स्कूलों में वंचित बच्चों ने इस प्रवृत्ति को पीछे छोड़ दिया.
दुनिया के 35 देशों में स्कूलों पर कोविड-19 के असर पर किए गए एक वैश्विक अध्ययन में पाया गया कि ऑस्ट्रेलिया और डेनमार्क के बच्चों पर सीखने की क्षमता की कमी का ज्यादा असर नहीं पड़ा. विश्व बैंक के सर्वेक्षण के मुताबिक, अन्य देशों में छात्रों में औसतन आधे साल सीखने की क्षमता में कमी देखी गयी. इसमें यह भी पाया गया कि वंचित वर्ग के स्कूलों के छात्रों में यह प्रवृति अधिक देखी गयी.
2019 के मुकाबले 2021 में गणित सीखने में अधिक वृद्धि की:
लेकिन नए अध्ययन में ऑस्ट्रेलिया में वंचित स्कूलों के छात्रों को पढ़ाई के कुछ क्षेत्रों में सुधार करते हुए पाया गया. यह आंशिक रूप से सरकार द्वारा अतिरिक्त वित्त पोषण और स्कूलों के बंद रहने के मद्देनजर साक्षरता पर अधिक गौर करने के कारण हुआ. छात्रों के सीखने पर कोविड-19 के असर पर दुनिया के पहले अनुभवजन्य अध्ययनों में से एक में न्यूकैसल विश्वविद्यालय के अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि वंचित स्कूलों के छात्रों ने 2019 के मुकाबले 2021 में गणित सीखने में अधिक वृद्धि की.
तीन महीने की अतिरिक्त प्रगति हासिल की:
जल्द ही प्रकाशित होने वाले इस अध्ययन में 2019 और 2021 के बीच परीक्षणों के आंकड़े एकत्रित किए गए हैं. हालांकि, जब स्कूल सामाजिक-आर्थिक स्थिति द्वारा आंकड़ों का आकलन किया गया तो वंचित स्कूलों में बच्चों ने गणित सीखने में कम प्रगति की. वहीं, 2021 में वंचित स्कूलों के छात्रों ने गणित में तीन महीने की अतिरिक्त प्रगति हासिल की.
तीन गंभीर चुनौतीपूर्ण वर्षों में एक उपलब्धि:
जब महामारी के कारण पहली बार लॉकडाउन लगाया गया और भविष्य को लेकर अनिश्चितता नजर आने लगी तो ऑस्ट्रेलिया में सरकार तथा शिक्षा विभाग ने छात्रों की सीखने की क्षमता में कमी आने से रोकने के लिए लाखों डॉलर खर्च किए. ऑस्ट्रेलिया में वंचित छात्रों के लिए अकादमिक उपलब्धि में सुधार पिछले तीन गंभीर चुनौतीपूर्ण वर्षों में एक उपलब्धि है लेकिन व्यापक और संरचनात्मक असमानताओं को दूर करने के लिए अभी एक लंबा रास्ता तय करना है. सोर्स-भाषा