शिक्षा विभाग की प्रमुख योजनाओं की वजह से राज्य स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक में अग्रणी: डॉ. बी.डी. कल्ला

शिक्षा विभाग की प्रमुख योजनाओं की वजह से राज्य स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक में अग्रणी: डॉ. बी.डी. कल्ला

जयपुर: बिड़ला सभागार में सोमवार को भामाशाह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. शिक्षा मंत्री डॉ बी.डी. कल्ला ने भामाशाहों को धन्यवाद देते हुए कहा कि उनका योगदान शिक्षा विभाग की उन्नति के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. डॉ. कल्ला ने कहा कि शिक्षा  विभाग भामाशाहों  द्वारा प्राप्त दान का उपयोग  स्कूलों के गुणात्मक सुधार और विस्तार के लिए कर रहा है. साथ ही कई योजनाएं जैसे निःशुल्क शिक्षा, मिड डे मील, बाल गोपाल योजना, स्कूल ड्रेस योजना का संचालन भी सुचारु रूप से किया जा रहा है. 

उन्होंने निर्देश दिया कि हर विद्यालय की मैनेजमेंट एंड डेवलपमेंट कमेटी में भामाशाहों के प्रतिनिधि का होना अनिवार्य हो. उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग की प्रमुख योजनाओं के कारण राज्य स्कूली शिक्षा गुणवत्ता सूचकांक में अग्रणी है व गत वर्ष शिक्षा  विभाग ने 6 विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं. साथ ही इंस्पायर अवार्ड में राज्य के विद्यार्थी लगातार तीन वर्ष से सम्पूर्ण देश में प्रथम आ रहे हैं. उन्होंने कहा कि हर वर्ष शिक्षा विभाग की ओर  से  लगभग 400 करोड़ का व्यय शिक्षण संस्थानों की आधारभूत  संरचना के लिए किया जाता है, जिसमें भामाशाहों  का योगदान  महत्वपूर्ण है. 

साथ ही उन्होंने विद्यार्थियों को भी अपने विद्यालय  के प्रति समर्पित रहने  और पूर्व छात्रों को विद्यालय की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया. इसी के साथ समारोह में शिक्षा मंत्री द्वारा राज्य स्तर पर 142 भामाशाहों को सम्मानित किया गया, जिनमें से 34 भामाशाहों को शिक्षा विभूषण तथा 108 भामाशाहों को शिक्षा भूषण सम्मान प्रदान किया गया. साथ ही  30 लाख रुपये या अधिक सहयोग राशि के लिए दानवीरों को प्रेरित करने वाले ‘प्रेरकों’ को भी सम्मानित किया गया.