मुंबई : जिया खान (Jiah Khan) सुसाइड मामले में शुक्रवार को सूरज पंचोली (Sooraj Pancholi) को बाइज्जत बरी कर दिया गया. बीते 10 सालों से यह मामला मीडिया के गलियारे और कोर्ट कचहरी का हिस्सा रहा है. एक्ट्रेस की मां अब तक यही कहती आई है कि उनकी बेटी की हत्या हुई है लेकिन कोर्ट ने सबूतों के अभाव में सूरज को बरी कर दिया है.
राबिया खान का कहना है कि कोर्ट के फैसले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे. लेकिन हर कोई सोच रहा है कि आखिरकार 10 साल में ऐसा क्या हो गया जो सूरज पंचोली को बंद कर दिया गया.
जज ने अपने फैसले में सुनाया कि जितने भी सबूत तो हैं वह कहीं से भी यह साबित नहीं कर रहे कि सूरज पंचोली की वजह से जिया ने आत्महत्या का कदम उठाया है. पहले जब जिया ने आत्महत्या का प्रयास किया था तभी सूरज ने उन्हें बचाया था. कोर्ट का यह भी कहना है कि एक्ट्रेस अपनी ही भावनाओं की शिकार हो गई थी. कोर्ट ने यह भी कहा कि जिया खान आत्महत्या की प्रवृत्ति का शिकार हो गई थी. ऐसे समय में सूरज ने उनकी सहायता करते हुए डॉक्टर को बुलवाकर उनका इलाज करवाया था और उन्हें डिप्रेशन से बाहर लाने की कोशिश की थी. यही कुछ ऐसी बातें हैं जिसने सूरज को बेकसूर साबित करने में भूमिका निभाई.