जयपुरः बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा. अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को दशहरा मनाया जाता है. इस बार यह तिथि 12 अक्टूबर को 10:58 बजे पर शुरू होगी. जो कि 13 अक्टूबर को सुबह 9:8 बजे तिथि का समापन होगा. जबकि पुतलों के दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5:45 बजे से रात 8:15 बजे तक है.
शुभ संयोग के साथ दशहरा मनाया जाएगा. विजयदशमी के दिन श्रवण नक्षत्र है. विजयदशमी के दिन है श्रवण नक्षत्र का होना बेहद शुभ माना जाता है. इस दिन शनि शश राजयोग बन रहे है. शुक्र और बुध लक्ष्मी नारायण योग के साथ शुक्र मालव्य नामक राजयोग बन रहा है. इन संयोग से दशहराऔर भी खास होगा.
विजयादशमी तिथि मानी जाती है सर्वसिद्धिदायकः
मांगलिक कार्य को लेकर दशहरा शुभ माना जाता है. विजयादशमी तिथि सर्वसिद्धिदायक मानी जाती है. इस दिन सभी शुभ कार्य फलकारी माने जाते है. दशहरा के दिन बच्चों का अक्षर लेखन, घर या दुकान का निर्माण, गृह प्रवेश, मुंडन, नामकरण, अन्नप्राशन, कर्ण छेदन, यज्ञोपवीत संस्कार और भूमि पूजन आदि कार्य शुभ माने गए है. हालांकि विजयादशमी के दिन विवाह संस्कार को निषेध माना गया है.
#Jaipur: बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व 12 अक्टूबर को
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अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को मनाया जाता दशहरा, इस बार यह तिथि 12 अक्टूबर को 10:58 बजे पर होगी शुरू, 13 अक्टूबर को सुबह 9:8 बजे होगा...#RajasthanWithFirstIndia @TriptiGautamFin pic.twitter.com/ZrWCTKsx1r