जयपुर: सचिवालय इन दिनों चुनावी रंग में रंगा है. अभी हालांकि कर्मचारी संघ समेत अन्य संघों के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं हुई है,लेकिन अभी से ही कर्मचारी नेताओं ने व्यापक अभियान छेड़ दिया है. वैसे तो समय-समय पर पर्वों की शुभकामनाओं के साथ पोस्टर वार तो पहले ही शुरू हो चुका था,लेकिन अब प्रचार में ठोस मुद्दों और लुभाने के लिए कई कार्यक्रम आयोजन ने जगह ले ली है. गर्मियों के दिन हैं और सचिवालय में अलग-अलग संघों की राजनीति सरगर्म हो चली है. सचिवालय कर्मचारी, सहायक कर्मचारी और अधिकारी संघ के चुनाव के लिए कर्मचारी सेक्शन से सेक्शन में जाकर प्रचार तो कर ही रहे हैं, साथ ही कैंटीन्स,बरामदों,संघों के कार्यालयो और पेड़ों के नीचे समूहों में टोलियां लगनी शुरू हो गई हैं.
चुनाव का अंकगणित:
-सहायक कर्मचारी संघ अध्यक्ष के चुनाव के लिए 250 मतदाता
-कर्मचारी संघ अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए करीब 950 मतदाता
-अधिकारी सेवा संघ अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए करीब 550 मतदाता
जीत के लिए जरूरी:
-सहायक कर्मचारी संघ अध्यक्ष
-सहायक कर्मचारी संघ अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 110 से 140 वोट पाने वाले को जीत मिल सकती है।
इस पद के लिए फिलहाल मौजूदा अध्यक्ष नरपत सिंह और पूर्व प्रत्याशी हनुमान मैदान में है। 1-2 प्रत्याशी और सामने आ सकते हैं. सहायक कर्मचारियों के लिए भरी धूप में बैठने की अच्छी व्यवस्था, पंखे,कूलर और अन्य व्यवस्थाओं का मुद्दा अहम है. इसके साथ ही सचिवालय में 594 चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती के लिए प्रक्रिया शुरू हो गई है. इसे जल्द करवाकर कमी पूर्ति करवाने का मुद्दा प्रमुख है. वहीं सचिवालय के चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के क्लर्क में प्रमोशन के अवसर बढ़ाने और पद बढ़ाने का मुद्दा भी प्रमुख है.
कर्मचारी संघ अध्यक्ष:
इस पद के लिए चुनाव में 450 से 500 वोट पाने वाला जीत का हकदार हो सकता है. इसमें अभी दावेदारों के रूप में कजोड़मल मीणा,विवेक चौधरी,हर्षित शर्मा,अंजना शर्मा,राकेश मीणा के नाम सामने आ रहे हैं. चुनाव कार्यक्रम जारी होने के साथ और प्रत्याशी भी हो सकते हैं. पीए/पीएस संघ से पदों का विवाद समाप्त करने के लिए सचिवालय के एएस से डीएस में प्रमोशन के लिए 16 और पीए/पीएस से डीएस में प्रमोशन के लिए 10 पद रखने के फॉर्मूले पर मोटे तौर पर सहमति थी और अब इसके लिए कैबिनेट निर्णय को लेकर हलचल है. यही मुद्दा प्रमुख रूप से इस चुनाव में है. सभी सेवाओं में दो साल की बिना शर्त छूट का मुद्दा भी प्रमुख मुद्दा है. नियमित डीपीसी,महिलाओं के लिए विशेष अवकाश सहित अन्य मुद्दे भी फिजाओं में गूंज रहे हैं.
अधिकारी सेवा संघ अध्यक्ष:
इस चुनाव में 215 से 250-275 मत पाने वाला प्रत्याशी जीत सकता है. चुनाव के लिए अभी दावेदारों की तस्वीर साफ नहीं है लेकिन मौजूदा अध्यक्ष दलजीत सिंह.पूर्व अध्यक्ष डॉ.के.के. स्वामी के साथ अभिमन्यु शर्मा और अन्य अधिकारी पद पर पदोन्नत पूर्व कर्मचारी नेता दावेदार हो सकते हैं. सभी सेवाओं में दो साल की बिना शर्त छूट का मुद्दा और एएस व पीए/पीएस से डीएस में प्रमोशन के लिए 16-10 का अनुपात लागू करना प्रमुख मुद्दा है. इसके साथ ही अधिकारी स्तर के पदों को लेकर अन्य मुद्दे भी प्रमुख हैं. मौजूदा स्थिति के मुताबिक 18 से बीस जून से लेकर पच्चीस जून के बीच यह चुनाव प्रक्रिया पूरी हो सकती है.