जयपुर: मतदान प्रतिशत बढ़ाने की निर्वाचन विभाग की कवायद का असर नजर आ रहा है. निर्वाचन जन जागरूकता के तहत स्कूलों कॉलेजों और अलग-अलग स्थानों पर मॉक पोल किया जा रहा है जिसमें नए वोटर्स सहित भारी संख्या में लोग ईवीएम के जरिए मॉक पोल करके मतदान प्रक्रिया की जानकारी ले रहे हैं. इसका असर विधानसभा चुनाव के समय वोटिंग प्रतिशत बढ़ने के रूप में होने के आसार हैं.
निर्वाचन विभाग की ओर से निर्वाचन प्रक्रिया में बेहद अहम भूमिका निभाने वाले वर्गों की पहचान करके उनका वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने को लेकर काम तेज हो गया है. खास तौर पर विशिष्ट असुरक्षित जनजातीय समूहों और युवा और नए बने वोटर्स के वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने की मुहिम तेज की गई है. इन वर्गों सहित आम लोगों को मॉक-पोलिंग, ईवीएम प्रदर्शनी आदि के जरिए मतदान प्रकिया की जानकारी दी जा रही है.
इसके लिए सभी विधानसभा क्षेत्रों में मोबाइल डेमोंस्ट्रेशन वैन-MDV भी संचालित की जा रही है. इसके जरिए स्कूल्स, कॉलेजों मॉक-पोलिंग, ईवीएम मशीन की प्रदर्शनी लगाकर युवाओं को मतदान प्रणाली से रूबरू करवाया जा रहा है. इन MDV पर 7 लाख से ज्यादा विजिटर्स विजित कर चुके हैं. 2 लाख 41 हजार 508 युवा वोटर्स ने यहां आकर मॉक पोल किया. इनके साथ 4 लाख 72 हजार 887 अन्य ने मॉक पोल किया. ऐसे में कुल मिलाकर 7 लाख 14 हजार 395 से ज्यादा लोग मॉक पोल कर चुके हैं. प्रदेश में कुल 574 ईवीएम डेमोंस्ट्रेशन सेन्टर्स (ईडीसी) स्थापित किए गए हैं.
उधर अलग-अलग संस्थानों में संचालित इलेक्टरल लिटरेसी क्लब ELC के जरिए यह बताया जा रहा है कि किस तरह ऐप के जरिए नाम जुड़वा या जा सकता है या संशोधन किया जा सकता है. 21 अगस्त से लेकर 4 अक्टूबर तक मतदाता सूची संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम को लेकर भी जानकारी दी जा रही है जिसमें 1 अक्टूबर 2023 तक पात्र 18 साल का युवा नाम जुड़वा सकता है. इसके साथ ही निर्वाचन विभाग ट्रांसजेंडर और विशिष्ट जनजातीय समूह के लिए अलग से अभियान भी जारी रखे हुए है.