बोगोटा: हिंसा प्रभावित सूडान में फंसे अपने नागरिकों को निकालने के लिए भारत द्वारा प्रयास तेज करने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ब्रिटेन के अपने समकक्ष जेम्स क्लेवरली से बातचीत की और अफ्रीकी देश की स्थिति पर चर्चा की. पनामा से कोलंबिया की राजधानी बोगोटा पहुंचे जयशंकर ने सूडान में फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने के लिए सोमवार को ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू करने की घोषणा की थी.
सूडान में नियमित सेना और आरएसएफ के बीच सत्ता संघर्ष के कारण भीषण लड़ाई चल रही है. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया कि मैंने अभी अभी ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली से बातचीत की है. सूडान में हालात पर विचारविमर्श हुआ. ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने मंगलवार को कहा था कि उनकी सरकार ने सूडान से ब्रिटिश नागरिकों को निकलने में मदद करने के लिए बड़े पैमाने पर निकास प्रयास शुरू किया है. सुनक ने ट्वीट किया था कि सरकार ने सूडान से ब्रिटिश पासपोर्ट धारकों को आरएएफ उड़ानों से निकालने का बड़े पैमाने पर अभियान शुरू किया है. जिनपर सबसे अधिक जोखिम है, खासकर जिन परिवारों में बच्चे एवं बुजुर्ग हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. जयशंकर ने सूडान से दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंचे लोगों की तस्वीरें ट्विटर पर साझा कीं.
उन्होंने लिखा कि भारत अपने लोगों की वापसी का स्वागत करता है. ऑपरेशन कावेरी के तहत पहली उड़ान दिल्ली पहुंच गई और 360 भारतीय नागरिक स्वदेश लाये गये. उन्होंने कहा, ‘‘ ऑपरेशन कावेरी के तहत और कदम उठाये जायेंगे. 136 और भारतीय नागरिक सुरक्षित जेद्दाह पहुंच गये हैं. वे शीघ्र ही घर आयेंगे.’’ भारत अबतक सूडान से कम से कम 670 भारतीय नागरिकों को निकाल चुका है. जयशंकर गुयाना, पनामा, कोलंबिया और डोमिनिकन रिपब्लिक की नौ दिनों की यात्रा पर है. विदेश मंत्री के रूप में लातिन अमेरिकी देशों एवं कैरिबियाई क्षेत्र की उनकी यह पहली यात्रा है. सोर्स- भाषा