GSS में 1100 मैनेजरों की फर्जी नियुक्ति का खुलासा, एसीबी ने की पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना पर एफआईआर की सिफारिश

GSS में 1100 मैनेजरों की फर्जी नियुक्ति का खुलासा, एसीबी ने की पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना पर एफआईआर की सिफारिश

चित्तौड़गढ़: राजस्थान की राजनीति में एक बार फिर भ्रष्टाचार का भूचाल...! पूर्व मंत्री महेश जोशी के बाद अब सहकारिता मंत्री रहे उदयलाल आंजना पर एसीबी का शिकंजा कसता नजर आ रहा है. ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 1100 मैनेजरों की नियुक्ति में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के आरोप सामने आए हैं. एसीबी ने अब राज्यपाल से पूर्व मंत्री पर एफआईआर दर्ज करने की अनुमति मांगी है. वहीं, पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना ने वीडियो जारी कर खुद को बेदाग बताते हुए सियासी साजिश का आरोप लगाया है.

राजस्थान की ग्राम सेवा सहकारी समितियों में 1100 मैनेजरों की फर्जी नियुक्तियों का मामला अब राजनीतिक भूचाल बन चुका है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पूर्व सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना पर एफआईआर दर्ज करने के लिए राज्यपाल से अनुमति मांगी है. एसीबी की जांच में सामने आया कि साल 2022-23 में की गई भर्तियों में नियमों की धज्जियां उड़ाई गईं. कई अयोग्य लोगों को नियमों के खिलाफ व्यवस्थापक बना दिया गया.

जांच में सामने आया है कि जिन लोगों की नियुक्ति हुई, उनमें से कई 58 वर्ष की उम्र पार कर चुके थे या छात्र थे. स्क्रीनिंग कमेटियों ने जिलाधीशों को दरकिनार करते हुए खुद ही नियुक्तियां कर दीं. एसीबी डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के अनुसार, यह मामला पूर्व में सहकारिता विभाग के अधिकारियों के खिलाफ शुरू की गई जांच का विस्तार है. अब मंत्री स्तर पर भी जिम्मेदारी तय करने की तैयारी है.

ध्यान भटकाने की साजिश:
पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना ने वीडियो जारी कर कहा कि यह पूरी कार्रवाई वर्तमान सहकारिता मंत्री गौतम कुमार पर लगे आरोपों से ध्यान भटकाने की साजिश है. उन्होंने कहा कि जयपुर के चौराहों पर लगे पोस्टरों और मीडिया में छपी खबरों पर सरकार मौन है, लेकिन उनके खिलाफ एफआईआर के लिए राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा गया.

प्रदेशभर में 7000 से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियां हैं, जिनमें 1100 नियुक्तियों में भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. नियुक्तियों का अनुमोदन मुख्यालय के बजाय खंड स्तर पर किया गया, जिससे पारदर्शिता पर सवाल उठे. वहीं, आंजना ने कहा कि यदि उप रजिस्ट्रार को जिम्मेदारी देना अनियमितता है तो यह निर्णय सचिव और रजिस्ट्रार स्तर का था, न कि मंत्री स्तर का.

जीएसएस में 1100 मैनेजरों की फर्जी नियुक्ति का खुलासा
एसीबी ने पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना पर एफआईआर की सिफारिश की
राज्यपाल से मंजूरी मिलने पर दर्ज होगी एफआईआर
जांच में 58 वर्षीय बुजुर्ग व छात्रों को मिली नौकरी
स्क्रीनिंग कमेटियों ने नियमों को दरकिनार किया
एक भी नियुक्ति पत्र दिखा दें, दोष स्वीकार करूंगा-पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना
यह राजनीतिक प्रतिशोध और साजिश का हिस्सा-पूर्व मंत्री उदयलाल आंजना