Rajasthan: फाइनेंस कर्मी ने खुद रची थी लूट की साजिश, आरोपी फाइनेंस कर्मी और दोस्त गिरफ्तार

डूंगरपुर: डूंगरपुर जिले के चौरासी थाना पुलिस ने पाडली आमली फला में फाइनेंसकर्मी से लूट की वारदात का आज खुलासा कर दिया है. पुलिस की जांच में मामला झूठा निकला है. फाइनेंसकर्मी ने लूट की झूठी कहानी रची थी और 95 हजार से अधिक की राशि अपने दोस्त को दे दिए थे. पुलिस ने आरोपी फाइनेंसकर्मी और उसके दोस्त को आज गिरफ्तार कर लिया है. जिससे पुलिस पूछताछ कर रही है.

डूंगरपुर जिले के चौरासी थानाधिकारी अमृतलाल मीणा ने बताया की दीजेंद्रसिंह पुत्र दशरथ सिंह राजपूत ने 13 जून 2023 को केस दर्ज करवाया था. उसने बताया की वह कमल फिनकेप प्राइवेट लिमिटेड सीमलवाड़ा में ब्रांच मैनेजर है. उनकी कंपनी महिला समूहों को लोन देती है. कंपनी में पांच का स्टाफ है. 12 जून को कम्पनी का स्टाफ महेंद्र मीणा पुत्र गोविंद मीणा निवासी वीरपुरा थाना सराड़ा उदयपुर हमेशा की तरह लोन की किश्तें रिकवरी करने गया था. किश्तें रिकवरी कर रंगपुर से सीमलवाड़ा की तरफ आ रहा था. पाडली आमली फला के पास आते ही रास्ते में चार लड़कों ने उसकी बाइक को रोक लिया. उसकी गर्दन पर चाकू रखकर डराया धमकाया. रिकवरी कर ला रहा 95 हजार 541 रुपए से भरा बैग छीन कर बदमाश भाग गए थे. 

पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए छानबीन शुरू की. थानाधिकारी अमृतलाल मीणा के साथ एएसआई सुरेंद्र सिंह, कांस्टेबल अनिल कुमार, कालूराम, कुंदन सिंह, साइबर सेल के अभिषेक और हेमेंद्र सिंह की टीम छानबीन में जुट गई. इस दौरान पुलिस को सबसे पहले महिला समूहों से पैसे रिकवरी कर लाने वाले महेंद्र मीणा पर ही शक हुआ. पुलिस ने उसे थाने पर बुलाकर पूछताछ की तो वह पहले गुमराह करता रहा. लेकिन पुलिस ने सख्ती से पड़ताल की तब जाकर उसने पूरी घटना बता दी. उसने बताया की रिकवरी कर ला रहे 95 हजार 541 रुपए उसने अपने दोस्त करण सिंह गुर्जर को गेंजी बुलाकर दे दिए थें. इसके बाद उसने खुद के साथ लूट की योजना बताई थी. 

पुलिस पूछताछ में आरोपी ने ये भी बताया की 30 मई को वह अपने दोस्त करण सिंह से मिलने सीमलवाड़ा गया था. दोनो दोस्तो ने एक साथ शराब पी. इसके बाद महेंद्र मीणा अपने ऑफिस पहुंच गया. शराब पीकर ऑफिस आने से एरिया मैनेजर अंकित शर्मा ने डाट लगाई. इससे महेंद्र नाराज हो गया. डाट का बदला लेने के लिए उसने कंपनी छोड़ने तक की ठान ली. लेकिन इससे पहले लूट की योजना भी बनाई. घर पर कर्जा ज्यादा होने से जिस दिन ज्यादा रिकवरी होगी उसी दिन रुपए लेकर भागने की योजना बनाई. इसके बाद रुपए अपने दोस्त को दे दिए. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.