नई दिल्ली : मॉनसून के कारण भारी बारिश के चलते, यमुना में जल स्तर खतरे के निशान के बहुत करीब आगया है, और 11 जुलाई तक इसे पार करने की उम्मीद है. अगले कुछ दिनों तक दिल्ली एनसीआर के साथ ही हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू और कश्मीर जैसे उत्तरी राज्यों में भारी बारिश जारी रहेगी, और इस कारण इन राज्यों की नदियों में जल स्तार बढ़ना लोगों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है.
ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के बीच हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से नदी में अधिक पानी छोड़े जाने से दिल्ली में यमुना चेतावनी के निशान के करीब पहुंच गई है.और पुराने रेलवे ब्रिज पर जल स्तर रविवार दोपहर 1 बजे 203.18 मीटर से बढ़कर सोमवार सुबह 10 बजे 203.58 मीटर हो गया है. चेतावनी स्तर 204.5 मीटर है, जिसकी ज्लद ही पार होने की संभावना है.
केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित:
दिल्ली सरकार रविवार शाम से ही अलर्ट हो गई है, क्योंकि यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया और राज्यव्यापी बाढ़ की चेतावनी जारी कर दी और साथ ही नदी के किनारे के इलाके में रहने वाले लोगों को हटा दिया गया है. दिल्ली सरकार ने बाढ़ संभावित क्षेत्रों और यमुना के जल स्तर की निगरानी के लिए एक केंद्रीय नियंत्रण कक्ष सहित 16 नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं.
उत्तर पश्चिम भारत में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश:
उत्तर पश्चिम भारत में पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कई इलाकों में "भारी से अत्यधिक भारी" वर्षा दर्ज की गई है.
रेड अलर्ट जारी:
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए रेड अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि कम से कम तीन दिनों तक लगातार बारिश जारी रहने की उम्मीद है, जिससे अधिक भूस्खलन और बाढ़ आएगी. जबकि दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है, राज्य सरकार ने सुनिश्चित किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और वे यह सुनिश्चित करने के लिए उपाय कर रहे हैं कि जान-माल का कोई नुकसान न हो.